नई दिल्ली: बांस की उपयोगिता और महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 18 सितंबर को विश्व बांस दिवस मनाया जाता है. दिल्ली की बात करें तो सराय काले खां में यमुना नदी के किनारे एक ऐसा पार्क बनाया गया है, जो बांस की थीम पर है और इसका नाम बांसेरा पार्क है. यहां पर बांस की बनी उपयोगी वस्तुएं आदि लोगों को बांस के के बारे में बताती हैं. देश भर में पाए जाने वाले 25 प्रजाति के बांस इस पार्क में लगाए गए हैं. जो पार्क की सुंदरता को चारचांद लगा रहे हैं.
दिल्ली का अनूठा पार्क बांसेरा: दिल्ली के सराय काले खां में करीब 163 हेक्टेयर में बांसेरा पार्क को बनाया गया है. यह दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे एनसीआर का इकलौता बांस की थीम पर बना पार्क है. इस पार्क का गेट, चारदीवारी, गार्ड रूम, शेड समेत तमाम आकर्षक वस्तुएं बांस से बनाई गई हैं. यहां पर बांस से ही कन्वेंशन सेंटर बनाया जाना है. पार्क में बांस से ही विभिन्न सजावटी सामान बनाकर लगाए गए हैं, जिसके जरिए यहां आने वाले लोगों को बांस की उपयोगिता और महत्व का पता चलता है.
इस पार्क में रोजाना सैकड़ों लोग घूमने के लिए आते हैं. यह पार्क यमुना नदी के किनारे बना है. यहां रिवर बीच भी बनाया गया है. पार्क में एक बड़ा सा चांद बनाया गया है. इस चांद के बांस से हुमायूं मकबरा भी दिखाई देता है. बांसेरा पार्क के निर्माण का उद्घाटन 9 अगस्त 2022 को दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने किया था. दिल्ली डेवलपमेंट अथारिटी (डीडीए) की तरफ से इस पार्क को विकसित किया गया है. इस पार्क को उपराज्यपाल ने गोद लिया हुआ है.
बांसेरा पार्क में 25 से अधिक प्रजाति के लगाए गए हैं बांस : दिल्ली डेपलपमेंट अथारिटी (डीडीए) के हॉर्टिकल्चर के अधिकारियों ने बताया कि इस पार्क में देशभर की 25 प्रजाति के करीब 30,000 बांस लगाए गए हैं. आने वाले दिनों में और भी बांस लगाए जाएंगे. जगह-जगह बांस लगाने का काम अभी भी चल रहा है. अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक बम्बुसा बालकोआ, बम्बूसा बम्बोस, बम्बुसा कैच्रेन्सिस, बम्बूसा नूतन, बम्बूसा पल्लिडा, बम्बूसा पॉलीमोर्फा, बम्बुसा स्ट्रेटा, बम्बुसा टुल्डा, बम्बुसा वेंट्रिकोसा, डेंड्रोकैलामस एस्पर, डेंड्रोकैलामस ब्रैंडिसि, डेंड्रोकैलामस हैमिल्टन, डेंड्रोकैलेमस लॉन्गिस्पैथस, डेंड्रोकैलामस स्टॉक्सआई और डेंड्रोकैलामस स्ट्रिक्टस प्रजाति के बांस दिल्ली के बांसेरा पार्क में लगाए गए हैं.