बालाघाट: मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले स्कूल में बच्चों से टॉयलेट साफ कराने का गंभीर मामला सामने आया है. छात्रों के परिजनों का आरोप है कि जिले के सीएम राइज स्कूल खैरलांजी की कक्षा पहली से पांचवी में पढ़ाई कर रहीं मासूम छात्राओं से चॉकलेट देने के बहाने टॉयलेट साफ कराया जा रहा है. परिजनों ने इस मामले की लिखित शिकायत बीआरसी को भी की है. साथ ही मांग की है कि मामले की जांच कर दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई की जाए, क्योंकि हम बच्चों को पढ़ाई के लिए स्कूल भेजते हैं ना कि स्कूल के टॉयलेट साफ कराने भेजते हैं.
बच्चों से कराए जाते हैं टॉयलेट साफ
सीएम राइज स्कूल खैरलांजी में अभिभावकों ने स्कूल में पहुंचकर विरोध जताया. परिजनोंने बताया कि "बच्चों ने घर में आकर बताया कि स्कूल में हमें टॉयलेट व बाथरूम साफ करने के लिए बोला जाता है. हमारे द्वारा साफ-सफाई की जाती है. यहीं नहीं स्कूल के दूसरे काम भी कराये जाते हैं. इसके बदले में हमें चॉकलेट दिये जाते हैं." बच्चों की यह बातें सुनते हीं अभिवावक नाराज हो गए और स्कूल पहुंचे. जहां उन्होंने शिक्षकों पर नाजगरी जाहिर करते हुए कहा कि "हम बच्चों को स्कूल में पढ़ाई करने के लिए भेजते हैं. यहां स्कूल प्रबंधन द्वारा पढा़ई कराने के बजाय बच्चों से टॉयलेट साफ कराया जाता है.
चॉकलेट के बहाने बाथरुम साफ
बच्चों के माता-पिता ने कार्रवाई की मांग करते हुए विकासखंड शिक्षा अधिकारी खैरलांजी व सीएम राइस स्कूल के प्राचार्य को लिखित आवेदन दिये हैं. साथ ही कार्रवाई की मांग की है. स्कूली छात्राओं ने बताया कि "सप्ताह में एक-दो बार बच्चों से ही स्कूल के टॉयलेट व बाथरूम की साफ-सफाई कराई जाती है. जब हमारे माता-पिता ने घर में पूछा तो बताया कि स्कूल में चॉकलेट देते हैं और टॉयलेट साफ कराते हैं.