पालमपुर: कांगड़ा जिले के पालमपुर में युवती पर हुए दराट हमले का प्रकरण अभी शांत भी नहीं हुआ है कि एक ओर दराट से हमला करने का मामला सामने आ गया है. शनिवार सुबह पालमपुर के साथ लगते गांव मंझा में मदनलाल भाटिया के परिवार पर उसी के गांव के एक व्यक्ति ने दराट से जानलेवा हमला कर दिया. इस हमले में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. जिन्हें पालमपुर सिविल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने घायलों को टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया.
दराट हमले की ये घटना शनिवार सुबह की है. हमले का कारण जमीनी विवाद बताया जा रहा है. घायल मदनलाल भाटिया ने बताया कि उनके बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. आरोपी बाप-बेटा आज सुबह मदनलाल के घर पहुंचे और उसके परिवार से जमीन को लेकर झगड़ा करने लगे. इसके बाद आरोपियों ने मदनलाल, उनके बुजुर्ग पिता और बेटे पर दराट और डंडे से हमला कर दिया. जिसमें तीन लोगों घायल हो गए और उन्हें पालमपुर सिविल अस्पताल से टांडा अस्पताल रेफर कर दिया.
'आरोपी के साथ मेरा जमीनी विवाद चल रहा था. जिसका केस एसडीएम पालमपुर के पास था. बीते रोज एसडीएम पालमपुर ने केस को डिसमिस कर दिया. जिसके बाद गुस्साए आरोपी और उसके बेटे ने उसे धमकी भी दी. सुबह के समय आरोपी बाप-बेटा घर आए और गौशाला में काम कर रही पत्नी के साथ झगड़ा किया. जब मैं वहां पर पहुंचा तो मुझ पर भी दराट से हमला कर दिया, लेकिन घरवालों ने दराट उनके हाथ से छीन लिया.' -मदनलाल भाटिया, घायल
पालमपुर में जमीनी विवाद खूनी खेल में तब्दील हो गया. इस जानलेवा हमले में मदनलाल और उसके बुजुर्ग पिता को गंभीर चोटें आई हैं. जिसके चलते उनका अब टांडा अस्पताल में इलाज चल रहा है. आरोपियों ने पहले मदनलाल के पिता और पत्नी से झगड़ा किया और फिर जैसे ही मदनलाल वहां पहुंचा तो उससे झगड़ते हुए हमला कर दिया.
मदनलाल के बेटे केशव ने बताया, 'सुबह निचले गांव से दो लोग हमारे घर आए और उन्होंने पापा-दादा और मेरे ऊपर हमला कर दिया. उनके पास दराट और डंडा था, जिस पर तार लिपटी हुई थी. जमीन को लेकर केस चला हुआ था जो कि डिसमिस हो गया था. इस लिए सुबह दो लोग हमारे साथ लड़ने आए थे. वो दराट और डंडा वो छिपा कर लाए थे और हम पर उन्होंने हमला कर दिया.'