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यूपी में वायु प्रदूषण; लखनऊ का AQI सबसे ज्यादा, जानें अपने जिले का हाल - AIR POLLUTION IN LUCKNOW

Air Pollution In Lucknow : सीपीसीबी रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार को सुबह के समय 249 एक्यूआई दर्ज किया गया.

लखनऊ (फाइल फोटो)
लखनऊ (फाइल फोटो) (Photo credit: ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 6, 2024, 3:38 PM IST

Updated : Dec 6, 2024, 3:47 PM IST

लखनऊ : प्रदेश के जिलों का प्रदूषण स्तर पिछले कुछ दिनों में कभी बढ़ रहा है तो कभी घट रहा है. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की शुक्रवार की रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे टॉप पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का नाम दर्ज हुआ है. इसके बाद बाकी अन्य जिलों का प्रदूषण स्तर है. सीपीसीबी रिपोर्ट के मुताबिक, देखा जा रहा है कि नवंबर महीने से ही लखनऊ का प्रदूषण स्तर काफी बढ़ा हुआ है. बीते 2 दिसंबर को अधिकतम 349 एक्यूआई दर्ज हुआ था. शुक्रवार दोपहर को एक्यूआई 239 और सुबह के समय 249 एक्यूआई दर्ज किया गया.

दोपहर में एक्यूआई सामान्य :लखनऊ विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के प्रो. ध्रुव सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में देखा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के लगभग जो टॉप 10 प्रदूषित जिले हैं, उनका प्रदूषण स्तर कभी घट रहा है तो कभी बढ़ रहा है. हालांकि, इसमें बहुत ज्यादा रिलैक्स होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सुबह के समय प्रदूषण स्तर बढ़ा हुआ रहता है, वहीं दोपहर 12 बजे के बाद प्रदूषण स्तर थोड़ा कम हो जाता है.

इससे लोगों को लगता है कि उनके जिले का प्रदूषण स्तर कम हो गया है, जबकि ऐसा नहीं है. इन दिनों सुबह और शाम धुंध के साथ फॉग हो रहा है, जिसके चलते सुबह और शाम को एक्यूआई बढ़ा हुआ रहता है. वहीं, दोपहर में एक्यूआई सामान्य हो जाता है.

सीपीसीबी रिपोर्ट के मुताबिक प्रदूषण स्तर (Photo credit: ETV Bharat)

घरों के बाहर करें पानी का छिड़काव :उन्होंने कहा कि इस समय सबसे अधिक प्रदूषण स्तर राजधानी लखनऊ का है. उसके बाद मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, मुजफ्फरनगर व बाराबंकी का प्रदूषण स्तर काफी ज्यादा बढ़ा हुआ है. लखनऊ के इंडस्ट्रियल एरिया का भी प्रदूषण स्तर सुबह के समय 250 के पार हो जाता है.

कई बार यह 400 तक पहुंच जाता है, जोकि काफी ज्यादा खतरनाक है. इस समय जैसे-जैसे सर्दियों की शुरुआत हो रही है, वैसे-वैसे प्रदूषण का स्तर बढ़ता जाएगा. ऐसे में आम जनता को इसमें सूझबूझ के साथ काम करना है. सुबह और शाम अपने घरों के बाहर पानी का छिड़काव करें. नगर निगम की जिम्मेदारी है कि प्रदूषण का स्तर कम हो. इसके लिए जिले में पानी का छिड़काव करें, ताकि धूल मिट्टी कण जमीन में दब जाएं.


सुबह, शाम और रात में न निकलें बाहर :उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. उमेश चंद्र शुक्ला ने बताया कि इस समय प्रदूषण बहुत अधिक बढ़ रहा है. ऐसे मौसम में लोगों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है. वर्तमान में जो प्रदूषण स्तर बढ़ रहा है, वह सर्दी बढ़ने के कारण हो रहा है. इंडस्ट्रियल एरिया का हाल बहुत खराब रहता है.

सुबह, शाम और रात के समय प्रदूषण स्तर 350 के पार पहुंच जाता है, जोकि खतरनाक स्टेज में आता है. इसके अलावा दोपहर के समय में प्रदूषण स्तर 100 से लेकर 200 के बीच में निम्नवत बना रहता है, इसलिए सुबह, शाम और रात के समय अधिक बाहर न निकलें. सर्दी से बच के रहें.

एक्यूआई गुणवत्ता
0-50 अच्छी
51-100 संतोषजनक
101-200 मध्यम
201-300 खराब
301-400 बेहद खराब
401-500 खतरनाक

300 अंक पर हुआ इंडस्ट्रियल क्षेत्र का प्रदूषण स्तर :सीपीसीबी रिपोर्ट के मुताबिक, तालकटोरा इंडस्ट्रियल एरिया का एक्यूआई 332, केंद्रीय विद्यालय लखनऊ का एक्यूआई 294, लालबाग का एक्यूआई 321, गोमतीनगर का एक्यूआई 120, अंबेडकर नगर विवि का एक्यूआई 155 और कुकरैल पिकनिक स्पॉट का एक्यूआई 178 है. यह प्रदूषण स्तर शुक्रवार दोपहर 12 बजे की रिपोर्ट के मुताबिक है. बीते दिनों सुबह, शाम और रात के समय इंडस्ट्रियल क्षेत्र का एक्यूआई 300 अंक के पार पहुंच गया था.


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Last Updated : Dec 6, 2024, 3:47 PM IST

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