कैमूरःबिहार का अमरीश तिवारी अपनी कला से दो बार इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कर चुके हैं. एक बार फिर अपनी कला का प्रदर्शन कर सभी को अचंभित कर दिया है. इसबार रक्षाबंधन के मौके पर वृक्ष में बांधने वाली राखी बनायी है. अमरीश ने तीसरी बार यह राखी बनायी है. इस राखी को बनाने में धान की भूसी, बांस के डलिया, नारियल के रस्सी और चावल और रंग का प्रयोग किया गया है.
'पर्यावरण के लिए सराहनीय योगदान': शुक्रवार को अमरीश और कैमूर डीएफओ ने राखी को पीपल के वृक्ष में बांधा. वन विभाग के पास बड़े पीपल के पेड़ में अमरीश और डीएफओ ने मिलकर वृक्ष में राखी बांध यह संदेश दिया कि सभी लोग रक्षाबंधन के त्यौहार में एक वृक्ष में राखी बांधकर यह शपथ ले उस वृक्ष का देखभाल करेंगे. पर्यावरण के लिए सराहनीय योगदान रहेगा.
'वृक्ष की रक्षा जरूर करें': कलाकार अमरीश तिवारी ने बताया कि हम सभी लोग रक्षाबंधन में अपनी बहन से कलाई पर राखी बंधवाते हैं और बहन की रक्षा करने का संकल्प लेते हैं. ठीक उसी प्रकार मैं भी एक बड़ा सा राखी बनाया और पीपल के वृक्ष में बांधा ताकि लोगों में संदेश जाए कि पर्यावरण को बचाना है तो आप वृक्ष की रक्षा जरूर करें.
"राखी बनाने में एक दिन का समय लगा, जिसमें सामग्री में धान की भूसी, बांस की डाली, चावल, नारियल की रस्सी, रंग का सामग्री का इस्तेमाल किया किया गया है. यह राखी पर्यावरण इको फ्रेंडली है जो पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचता है."- अमरीश तिवारी