Farmers Rain Prediction For 4 Months: अक्षय तृतीया यानी आखातीज या अखती इस साल 10 मई शुक्रवार को मनाई जा रही है. वेद पुराणों के जानकार बताते हैं कि इस दिन कोई भी शुभ काम बिना पंचांग देखे किया जा सकता है. इस दिन किए हुए काम बेहद शुभ माने जाते हैं. इसी दिन किसान खरीफ की खेती का काम भी शुरू करते हैं और साल भर मौसम कैसा रहेगा इसका पता भी लगा लेते हैं. किसान मिट्टी के ढेले गीले होने के आधार पर पता लगा लेते हैं कि किस महीने में कितनी बारिश होगी. ऐसा माना जाता है कि इस त्योहार के दौरान सोना खरीदने से असीमित धन की प्राप्ति होती है.
किसान इस तरह लगाते हैं बारिश का अनुमान
इस बारे में बुजुर्ग किसान घनश्याम राय ने कहा, ''ये मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन ही भगवान वराह धरती माता को ऊपर लेकर आए थे. इसी शुभ दिन के मौके पर किसान आने वाले 4 महीने में बारिश का अंदाजा लगाते हैं. साथ ही ये भी पता लगाते हैं कि उनकी फसल कैसी होगी. किसान इसी अनुमान के आधार पर अपनी फसल को लेकर तैयारियां करते हैं. तरीका ये है कि अक्षय तृतीया के दिन किसान मिट्टी की चार ढेले अपने खेतों से लाते हैं और सभी मिट्टी के ढेलों का महीनों के हिसाब से नामकरण करते हैं. जिसमें आषाढ़, सावन, भादों और कुआंर. चारों महीने की मिट्टी के टीले में जो जिस तरीके से गीला होता है, उस हिसाब से किसान मान लेते हैं कि कितनी बारिश किस महीने में संभावित है. उस हिसाब से फसल खेतों में लगाई जाती है.''
मुहूर्त और पंचांग की नहीं होती जरूरत
ज्योतिषाचार्य डॉक्टर वैभव आलोणी कहते हैं, अक्षय तृतीया को भगवान परशुराम की जयंती होती है. इस दिन किए हुए सारे काम शुभ माने जाते हैं. कहा गया है कि इस दिन किसी भी शुभ काम करने के लिए पंचांग और मुहूर्त देखने की जरूरत नहीं पड़ती. जैसा कि इस साल 10 मई को पंचांग के अनुसार विवाह की कोई तिथि नहीं है, लेकिन लोग इस दिन भी विवाह करेंगे, क्योंकि मुहूर्त अविजित माना जाता है.
ये भी पढ़ें: |