जयपुर :अजमेर शरीफ दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा करते हुए कोर्ट में दायर याचिका पर राजनीतिक बहस छिड़ गई है. इस मामले में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि मामला अदालत में विचाराधीन है, इसलिए इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा. उन्होंने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि मुगलों ने भारत में आकर कई धार्मिक स्थलों को क्षतिग्रस्त किया और उन पर कब्जा किया.
भरोसेमंद न्याय प्रणाली :मदन राठौड़ ने कहा कि भारत की न्याय प्रणाली पर पूरा विश्वास है और जो भी फैसला आएगा, उसे स्वीकार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि भाजपा को किसी की पूजा पद्धति से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन हर भारतीय के दिल में देश के प्रति आत्मीयता और राष्ट्रीय भावना होनी चाहिए. राठौड़ ने कहा कि हिन्दुस्तान में कई ऐसी बेमिसाल इमारतों को मुगलों ने क्षतिग्रस्त किया, उन पर कब्जा किया, लेकिन न्यायालय ने उन पर छानबीन करने के बाद ऐतिहासिक फैसला दिया.
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140 करोड़ देशवासी परिवार का हिस्सा :राठौड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उदाहरण देते हुए कहा कि वह 140 करोड़ भारतीयों को अपना परिवार मानते हैं और "वसुधैव कुटुंबकम" के सिद्धांत पर काम करते हैं. उन्होंने विपक्ष पर तुष्टिकरण की राजनीति करने और समाज में फूट डालने का आरोप लगाया. राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा मुस्लिम समुदाय को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया, जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने इस समुदाय के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू कीं. उन्होंने सभी वर्गों से संगठित रहने और समाज को बांटने वालों के खिलाफ खड़े होने की अपील की. राठौड़ ने कहा कि न्यायालय के फैसले का सम्मान किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि समाज में भाईचारा और सद्भावना बनी रहे.
बालकनाथ ने कही ये बातः वहीं, इस मामले में विधायक बाबा बालकनाथ ने कहा कि अजमेर शरीफ दरगाह से जुड़ा मामला कोर्ट में है. कोर्ट का काम सच और झूठ के बीच से सत्य को निकालना और न्याय देना है और मुझे भरोसा है कि कोर्ट यही करेगा". बाबा बालकनाथ ने कहा कि राजस्थान, जो पृथ्वीराज चौहान और महाराणा प्रताप जैसे महापुरुषों के नाम से जाना जाता है, वहां पृथ्वीराज चौहान का एकमात्र किला अजमेर में है. इस ऐतिहासिक किले का जीर्णोद्धार करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि युवापीढ़ी को पृथ्वीराज चौहान के बलिदान और उनके देशप्रेम के बारे में जानकारी मिल सके. यह किला हमारे इतिहास और संस्कृति की धरोहर है और इसे संरक्षित कर जनता के अवलोकन के लिए खोला जाना चाहिए. सरकार को चाहिए कि वह इस किले की पुनरुद्धार की व्यवस्था करे.