ऊना: जिला के एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी अस्पताल में तैनात महिला डॉक्टर और प्राइवेट हॉस्पिटल पर बड़ी कार्रवाई की है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार निजी अस्पताल में गायनेकोलॉजी सेवाओं को बंद करवा दिया गया है. इसके साथ ही इस अस्पताल के खिलाफ व्यापक रूप में विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है.
वहीं, निजी अस्पताल में जाकर महिला का ऑपरेशन करने वाली सरकारी डॉक्टर के खिलाफ भी क्षेत्रीय अस्पताल ऊना के मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने फैक्ट एंड फाइंडिंग रिपोर्ट सरकार को भेज दी है. जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजीव कुमार वर्मा ने कहा कि,'महिला की मौत के मामले में पुलिस ने भी उनके विभाग की एक महिला चिकित्सक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जबकि निजी अस्पताल से मिली रिपोर्ट में भी ये पाया गया है कि सरकारी अस्पताल की महिला डॉक्टर निजी अस्पताल में जाकर महिला का ऑपरेशन कर रही थी. इस मामले में भी स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को विस्तृत रिपोर्ट भेज दी गई है. इसी रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी. निजी अस्पताल में गायनेकोलॉजी की सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के अतिरिक्त इस अस्पताल की अभी और भी व्यापक जांच की जाएगी. निजी अस्पताल की रजिस्ट्रेशन में किसी और डॉक्टर का नाम है, जबकि ऑपरेशन किसी और डॉक्टर ने किया है. निजी अस्पताल ने विभाग को मिसगाइड किया है.'
महिला की मौत के मामले में निजी अस्पताल पर कार्रवाई (ETV BHARAT) क्या है मामला
बता दें कि जिले की रक्कड़ कॉलोनी में स्थित एक निजी अस्पताल में मंगलवार देर शाम पंजाब निवासी एक महिला जसविंद्र कौर की ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई थी. इसके बाद निजी अस्पताल में देर रात जमकर हंगामा हुआ. मृतक महिला के परिजनों ने इस मामले में क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ महिला चिकित्सक और निजी अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए थे.
सरकारी डॉक्टर ने दी निजी अस्पताल में ऑपरेशन करवाने की सलाह
मृतक महिला के पति मोहिंदर सिंह ने बताया कि, 'सोमवार को वो अपनी पत्नी जसविंद्र कौर को इलाज के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना लेकर आये थे, जहां पर तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ने उनकी पत्नी के पेट में रसोली होने की बात कही. इसके लिए मंगलवार को ऑपरेशन करवाने का सुझाव देते हुए अपना अपना मोबाइल नंबर उन्हें देकर शाम को समय कॉल करने को कहा. शाम को जब उनकी बेटी ने महिला चिकित्सक को कॉल किया तो डॉक्टर के पति ने फोन उठाकर उन्हें सुबह 10 बजे क्षेत्रीय अस्पताल में आने को कहा और सिर्फ व्हाट्सएप्प कॉल करने की ही नसीहत दी.'
निजी अस्पताल में महिला की मौत (ETV BHARAT) ऑपरेशन थियेटर में हुई महिला की मौत
परिजनों का आरोप है कि मंगलवार सुबह सरकारी अस्पताल की महिला डॉक्टर ने उन्हें निजी अस्पताल में ऑपरेशन करवाने की सलाह दी. इसके बाद वो शाम निजी अस्पताल में ऑपरेशन करवाने पहुंचे. निजी अस्पताल में वही महिला डॉक्टर ऑपरेशन करने पहुंची, जिसने सरकारी अस्पताल में मृतक जसविंद्र कौर का चेकअप किया था. सरकारी अस्पताल की यही महिला डॉक्टर जसविंद्र कौर को ऑपरेशन थियेटर ले गई थी, लेकिन ऑपरेशन थियेटर में अंदर जाने के कुछ देर बाद डॉक्टरों में भगदड़ मच गई. उन्होंने डॉक्टर्स से जसविंद्र कौर की हालत के बारे में पूछा, लेकिन डॉक्टर्स ने उन्हें मरीज से नहीं मिलने दिया. कुछ देर बाद उन्होंने जसविंद्र कौर की मौत की जानकारी दी.
अस्पताल और महिला डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज
परिजनों का कहना है कि मरीज जसविंद्र कौर सुबह घर का सारा काम और पशुओं को चारा डालने के बाद खुद अपने पैरों पर चलकर अस्पताल आई थी, लेकिन अस्पताल में उसकी मौत हो गई. इसमें डॉक्टरों की लापरवाही है. वहीं, पुलिस ने मृतक महिला के परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने क्षेत्रीय अस्पताल में तैनात महिला चिकित्सक और निजी अस्पताल के अन्य डॉक्टरों पर 106(1), 3(5) के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
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