बक्सर:बिहार केबक्सर जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित चौसा लगातार कई वर्षों से सुर्खियों में है. यहां 1320 मेगावाट क्षमता के थर्मल प्लांट का निर्माण किसानों और कंपनी के बीच उपजे विवाद के कारण प्रभावित है. चौसा में किसानों का धरना अब स्थानीय प्रशासन के लिए एक मुसीबत बनता जा रहा है. किसान पिछले 4 से 5 दिनों से चौसा पावर प्लांट के मुख्य गेट पर जमे हैं, जिससे प्लांट का काम बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है.
किसानों को अल्टीमेटम:उच्च न्यायालय पटना का आदेश है कि किसी भी स्थिति में निर्माण कार्य प्रभावित नहीं होना चाहिए. इसी कड़ी में बक्सर सदर एसडीएम धीरेंद्र मिश्रा और एसडीपीओ धीरज कुमार संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि चौसा पावर प्लांट के मुख्य गेट पर किसान अपने मुद्दे को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, जिससे काम पूर्ण रूप से प्रभावित हो गया है. किसान मुख्य दरवाजे पर बैठे हुए हैं और मजदूरों या अन्य काम करने वालों को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है.
"किसानों से कई बार बात भी की गई लेकिन कोई सार्थक नतीजा नहीं निकला. ऐसे में अब किसानों से अंतिम अनुरोध है कि चौसा पावर प्लांट के मुख्य गेट को बक्सर चौसा सड़क तक 24 घंटे के अंदर खाली कर दें, वहां धारा 144 लगाई जा रही है."-धीरेंद्र कुमार मिश्रा, एसडीएम बक्सर