आरपीएससी कार्यालय में सदस्य मंजू शर्मा से जयपुर एसीबी ने की पूछताछ अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की महिला सदस्यों से एसीबी की पूछताछ दूसरे दिन भी जारी रही. जयपुर एसीबी की टीम बुधवार को राजस्थान लोक सेवा आयोग भवन पहुंची. आयोग की सदस्य मंजू शर्मा से जयपुर एसीबी के एडिशनल एसपी सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने पूछताछ की.
राजस्थान राज्य घुमंतू जाति कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रहे गोपाल केसावत समेत चार आरोपियों के घूस प्रकरण में आयोग की महिला सदस्यों से पूछताछ की जा रही है. जयपुर एसीबी ने मंगलवार को संगीता आर्य के सरकारी बंगले पर पूछताछ की थी. अधिशासी अधिकारी (ईओ) परीक्षा में पास करने की एवज परिवादी विकास कुमार से केसावत समेत चार आरोपियों ने 18 लाख 50 हजार रुपए की रिश्वत राशि ली थी. इस प्रकरण की पड़ताल में सामने आया था कि परिवादी को गोपाल केसावत ने आयोग में सांठ गांठ कर पास करवाने की बात कही थी. प्रकरण में आयोग और दो सदस्यों का नाम सामने आया था.
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जयपुर एसीबी के एडिशनल एसपी सुरेंद्र सिंह राठौड़ के नेतृत्व में बुधवार को टीम आरपीएससी कार्यालय पहुंची. आयोग कार्यालय में सदस्य मंजू शर्मा के कक्ष में एसीबी ने उनसे पूछताछ की. इस दौरान प्रकरण से संबंधित तफ्तीश की फाइल भी एसीबी अधिकारी मंजू के पास ले गए. इस प्रकरण से जुड़े आवश्यक तथ्यों के अलावा परिवादी और आरोपियों के बयान के आधार सदस्य मंजू शर्मा से पड़ताल की गई.
कुमार विश्वास की पत्नी है मंजू शर्मा :राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्य मंजू अजमेर की ही रहने वाली है. यहां जयपुर रोड पर उनका पीहर है. प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास मंजू शर्मा के पति है. गहलोत सरकार में मंजू की आयोग सदस्य पद के लिए 14 अक्टूबर 2020 को नियुक्ति हुई थी. इनका कार्यकाल 14 अक्टूबर 2026 तक का है.
संगीता आर्य से भी हुई थी पूछताछ : आयोग सदस्य संगीता आर्य से मंगलवार को जयपुर एसीबी के एडिशनल एसपी सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने अजमेर में उनके सरकारी बंगले पर 2 घंटे तक पूछताछ की थी. संगीता आर्य पूर्व की गहलोत सरकार में राजस्थान के मुख्य सचिव रहे निरंजन आर्य की पत्नी है.
दलाल ने संगीता आर्य और मंजू शर्मा के नाम से मांगी थी घूस : प्रकरण में जांच अधिकारी और जयपुर एसीबी के एडिशनल एसपी सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि परिवादी से अधिशासी अभियंता परीक्षा में पास करवाने के लिए दलालों ने आयोग में सांठ गांठ होने का हवाला दिया था. दलालों ने परिवादी विकास कुमार से आयोग सदस्य संगीता आर्य और मंजू शर्मा के नाम से घूस ली थी. राठौड़ ने बताया कि इस मामले में कोर्ट ने निर्देशित किया है कि प्रकरण में लोक सेवको की भूमिका को लेकर भी गहनता से पड़ताल की जाए. मामले की जांच इस दिशा में चल रही है. राठौड ने कहा कि यदि किसी भी लोक सेवक की भूमिका इस प्रकरण में पाई जाती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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यह था मामला : राजस्थान राज्य घुमंतू जाति कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रहे गोपाल केसावत समेत चार लोगों को साढ़े 18 लाख रुपए की रिश्वत राशि के साथ गिरफ्तार किया गया था. आरोपियों ने यह राशि अधिशासी अधिकारी परीक्षा में पास करवाने की एवज में ली थी. इस प्रकरण की पड़ताल में सामने आया था कि आरोपियों ने परिवादी परीक्षार्थी को आरपीएससी में साठ गांठ करके ओएमआर बदलवाने का झांसा दिया था.