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'हेरिटेज वॉक' से हुआ कैमल फेस्टिवल का रंगारंग आगाज, आज ऊंटों की होगी दौड़ प्रतियोगिता - INTERNATIONAL CAMEL FESTIVAL

तीन दिन चलने वाले अंतराष्ट्रीय ऊंट उत्सव का आगाज शुक्रवार को हैरिटेज वॉक के साथ शुरू हो गया.

कैमल फेस्टिवल का रंगारंग आगाज
कैमल फेस्टिवल का रंगारंग आगाज (फोटो ईटीवी भारत बीकानेर)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 11, 2025, 7:26 AM IST

बीकानेर. हेरिटेज वॉक के साथ शुक्रवार को इंटरनेशनल कैमल फेस्टिवल का आगाज हुआ. लक्ष्मीनाथ जी मंदिर से रामपुरिया हवेली तक आयोजित हुई हैरिटेज वाक में बीकानेर की स्थापत्य कला, व्यंजन और ललित कलाओं के विविध आकर्षक रंग देखने को मिले. हैरिटेज वॉक में देशी- विदेशी सैलानी, स्थानीय निवासियों सहित प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी बीकानेरी रंगों में सरोबार नजर आए.

प्रशानिक अधिकारियों का रहा जमावड़ा : इस दौरान जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि, पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर, निगम आयुक्त मयंक मनीष, बीडीए सचिव अपर्णा गुप्ता, सीईओ सोइनलाल, पर्यटन विभाग के उपनिदेशक अनिल राठौड़, सहायक निदेशक किशन कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी पवन शर्मा सहित अन्य पुलिस प्रशासन अधिकारियों ने इस वॉक में शिरकत की. इस अवसर पर जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि बीकानेर की ऐतिहासिक विरासत हमारी साझी धरोहर है. इसके रंग पूरी दुनिया में पर्यटन मानचित्र पर बिखेरे हैं. इस उत्सव में आए सभी सैलानियों और स्थानीय प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए जिला कलेक्टर ने उनसे इस संस्कृति का हिस्सा बन कर इसे जीने का आह्वान किया.

ऊंट उत्सव रंगारंग आगाज (वीडियो ईटीवी भारत बीकानेर)

पढ़ें: बीकानेर में कैमल फेस्टिवल का आगाज, पहले दिन बना पगड़ी बांधने का वर्ल्ड रिकॉर्ड

लम्बी पगड़ी रहीं आकर्षण का विशेष केन्द्र : वॉक के दौरान लोक कलाकार पवन व्यास ने 2 हजार 25 फिट लंबी पगड़ी बांध कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. इस दौरान नगाड़ा, मश्क, चंग और बांसुरी वादन एवं भजन गायन की प्रस्तुतियां दी गई. देशी और विदेशी सैलानी मथेरण, बंधेज, पोट्री, सुनहरी कलम और साफा बांधने की कला को करीब से देखा. इस दौरान लोक कलाकार, रोबीले और सजे-धजे ऊंट भी साथ रहे. भांडाशाह जैन मंदिर के पास हरियाणवी रागड़ी की प्रस्तुति दी गई. चूड़ी बाजार में लाख की चूड़ी बनाने, जूती बनाने, चाक पर मिट्टी के बर्तन बनाने की कला को दर्शाया गया. सब्जी बाजार की ऐतिहासिक चौकी पर आयोजित शहर की ऐतिहासिक रम्मत का सबके आकर्षण का केन्द्र रही.

पगड़ी बांधने का बना रिकॉर्ड
पगड़ी बांधने का बना रिकॉर्ड (फोटो ईटीवी भारत बीकानेर)

बीकानेरी स्वाद के लिए चटकारे : प्रतिभागियों ने भुजिया, घेवर और जलेबी बनाने की कला को करीब से देखा और बीकानेरी स्वाद का लुत्फ उठाया. मरूनायक चौक में ब्लॉक और स्क्रीन प्रिंटिंग का प्रदर्शित की गई. मोहता चौक के बड़े पाटे पर पारम्परिक भोजन बनाने का प्रदर्शन किया गया, जहां प्रतिभागियों को कचौड़ी और रबड़ी खिलाई गई. भपंग वादन का प्रदर्शन भी किया गया. लोक कलाकारों द्वारा गणगौर के गीत, कठपुतली का खेल दिखाया गया. हैरिटेज के रंगों को करीब से देख कर देशी विदेश पर्यटक रोमांचित नजर आए. ऐतिहासिक रामपुरिया हवेलियों के पास वॉक का समापन हुआ जहां उस्ता कला, हवेली संगीत और कच्छी घोड़ी नृत्य नाटिका का मनमोहक प्रदर्शन ने प्रतिभागियों को झूमने पर मजबूर कर दिया.

मेहंदी प्रतियोगिता
मेहंदी प्रतियोगिता (फोटो ईटीवी भारत बीकानेर)

पढ़ें: ऊंट के शरीर पर फर कटिंग से उकेरा बाघिन 'मछली' से लेकर राजस्थान की रंगोली, कारीगरी देख हो जाएंगे हैरान

सेल्फी और स्वाद के साथ बीकानेर की अपनायत : अन्तर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव की हैरिटेज वाक में सजे धजे रास्ते और सांस्कृतिक और स्थापत्य विरासत के रंगों के बीच सैलानी सेल्फी लेते दिखे. कई स्थानों पर स्थानीय निवासियों ने उत्सव में आए सैलानियों का फूल बरसा कर और माला पहनकर स्वागत किया. बीकानेर की इस अपनायत से सैलानी भाव विभोर नजर आए.

चाक पर मिट्टी के बर्तन बनाने की कला
चाक पर मिट्टी के बर्तन बनाने की कला (फोटो ईटीवी भारत बीकानेर)

ऊंट प्रतियोगिता : ऊंट उत्सव के दूसरे दिन जूनागढ़ से करणी सिंह स्टेडियम तक शोभायात्रा का आयोजन होगा जिसमें राजस्थानी परिवेश में कलाकार होंगे इसके अलावा पूरे देश की संस्कृति से रूबरू करवाने के लिए इसमें शामिल होंगे. वहीं करणी सिंह स्टेडियम में ऊंट नृत्य पर कटिंग प्रदर्शन के साथ ही ऊंट दौड़ और अलग-अलग तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा.

बीकानेर. हेरिटेज वॉक के साथ शुक्रवार को इंटरनेशनल कैमल फेस्टिवल का आगाज हुआ. लक्ष्मीनाथ जी मंदिर से रामपुरिया हवेली तक आयोजित हुई हैरिटेज वाक में बीकानेर की स्थापत्य कला, व्यंजन और ललित कलाओं के विविध आकर्षक रंग देखने को मिले. हैरिटेज वॉक में देशी- विदेशी सैलानी, स्थानीय निवासियों सहित प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी बीकानेरी रंगों में सरोबार नजर आए.

प्रशानिक अधिकारियों का रहा जमावड़ा : इस दौरान जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि, पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर, निगम आयुक्त मयंक मनीष, बीडीए सचिव अपर्णा गुप्ता, सीईओ सोइनलाल, पर्यटन विभाग के उपनिदेशक अनिल राठौड़, सहायक निदेशक किशन कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी पवन शर्मा सहित अन्य पुलिस प्रशासन अधिकारियों ने इस वॉक में शिरकत की. इस अवसर पर जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि बीकानेर की ऐतिहासिक विरासत हमारी साझी धरोहर है. इसके रंग पूरी दुनिया में पर्यटन मानचित्र पर बिखेरे हैं. इस उत्सव में आए सभी सैलानियों और स्थानीय प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए जिला कलेक्टर ने उनसे इस संस्कृति का हिस्सा बन कर इसे जीने का आह्वान किया.

ऊंट उत्सव रंगारंग आगाज (वीडियो ईटीवी भारत बीकानेर)

पढ़ें: बीकानेर में कैमल फेस्टिवल का आगाज, पहले दिन बना पगड़ी बांधने का वर्ल्ड रिकॉर्ड

लम्बी पगड़ी रहीं आकर्षण का विशेष केन्द्र : वॉक के दौरान लोक कलाकार पवन व्यास ने 2 हजार 25 फिट लंबी पगड़ी बांध कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. इस दौरान नगाड़ा, मश्क, चंग और बांसुरी वादन एवं भजन गायन की प्रस्तुतियां दी गई. देशी और विदेशी सैलानी मथेरण, बंधेज, पोट्री, सुनहरी कलम और साफा बांधने की कला को करीब से देखा. इस दौरान लोक कलाकार, रोबीले और सजे-धजे ऊंट भी साथ रहे. भांडाशाह जैन मंदिर के पास हरियाणवी रागड़ी की प्रस्तुति दी गई. चूड़ी बाजार में लाख की चूड़ी बनाने, जूती बनाने, चाक पर मिट्टी के बर्तन बनाने की कला को दर्शाया गया. सब्जी बाजार की ऐतिहासिक चौकी पर आयोजित शहर की ऐतिहासिक रम्मत का सबके आकर्षण का केन्द्र रही.

पगड़ी बांधने का बना रिकॉर्ड
पगड़ी बांधने का बना रिकॉर्ड (फोटो ईटीवी भारत बीकानेर)

बीकानेरी स्वाद के लिए चटकारे : प्रतिभागियों ने भुजिया, घेवर और जलेबी बनाने की कला को करीब से देखा और बीकानेरी स्वाद का लुत्फ उठाया. मरूनायक चौक में ब्लॉक और स्क्रीन प्रिंटिंग का प्रदर्शित की गई. मोहता चौक के बड़े पाटे पर पारम्परिक भोजन बनाने का प्रदर्शन किया गया, जहां प्रतिभागियों को कचौड़ी और रबड़ी खिलाई गई. भपंग वादन का प्रदर्शन भी किया गया. लोक कलाकारों द्वारा गणगौर के गीत, कठपुतली का खेल दिखाया गया. हैरिटेज के रंगों को करीब से देख कर देशी विदेश पर्यटक रोमांचित नजर आए. ऐतिहासिक रामपुरिया हवेलियों के पास वॉक का समापन हुआ जहां उस्ता कला, हवेली संगीत और कच्छी घोड़ी नृत्य नाटिका का मनमोहक प्रदर्शन ने प्रतिभागियों को झूमने पर मजबूर कर दिया.

मेहंदी प्रतियोगिता
मेहंदी प्रतियोगिता (फोटो ईटीवी भारत बीकानेर)

पढ़ें: ऊंट के शरीर पर फर कटिंग से उकेरा बाघिन 'मछली' से लेकर राजस्थान की रंगोली, कारीगरी देख हो जाएंगे हैरान

सेल्फी और स्वाद के साथ बीकानेर की अपनायत : अन्तर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव की हैरिटेज वाक में सजे धजे रास्ते और सांस्कृतिक और स्थापत्य विरासत के रंगों के बीच सैलानी सेल्फी लेते दिखे. कई स्थानों पर स्थानीय निवासियों ने उत्सव में आए सैलानियों का फूल बरसा कर और माला पहनकर स्वागत किया. बीकानेर की इस अपनायत से सैलानी भाव विभोर नजर आए.

चाक पर मिट्टी के बर्तन बनाने की कला
चाक पर मिट्टी के बर्तन बनाने की कला (फोटो ईटीवी भारत बीकानेर)

ऊंट प्रतियोगिता : ऊंट उत्सव के दूसरे दिन जूनागढ़ से करणी सिंह स्टेडियम तक शोभायात्रा का आयोजन होगा जिसमें राजस्थानी परिवेश में कलाकार होंगे इसके अलावा पूरे देश की संस्कृति से रूबरू करवाने के लिए इसमें शामिल होंगे. वहीं करणी सिंह स्टेडियम में ऊंट नृत्य पर कटिंग प्रदर्शन के साथ ही ऊंट दौड़ और अलग-अलग तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा.

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