नई दिल्ली:दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले AAP और कांग्रेस में तनातनी बढ़ती हुई नजर आ रही है. आम आदमी पार्टी इंडिया गठबंधन की सबसे प्रमुख दल कांग्रेस को गठबंधन से बाहर करने पर विचार कर रही है. आम आदमी पार्टी के पुख्ता सूत्रों के मुताबिक इस संबंध में गठबंधन में शामिल अन्य राजनीतिक दलों से भी बातचीत की जाएगी. दरअसल, आम आदमी पार्टी दिल्ली में कांग्रेस नेताओं के बयानों से नाराज है. जिस तरह विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी की दो योजनाएं मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना को लेकर कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. इससे आप नेता खास नाराज हैं.
कांग्रेस को इंडिया गठबंधन से अलग करने के लिए AAP करेगी अन्य दलों से बातचीत
गुरुवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नई दिल्ली विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाए गए संदीप दीक्षित ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात कर आम आदमी पार्टी द्वारा घोषित इन दोनों योजनाओं को लेकर शिकायत दर्ज कराई है. इससे पहले बुधवार को आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस की ओर से आरोप पत्र जारी किया गया था. सरकार के कामकाज पर सवाल उठाने तथा गठबंधन को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने जिस तरह बयान दिया उससे आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह, अरविंद केजरीवाल समेत अन्य नेता खासे नाराज हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस पर मंथन कर अब इंडिया गठबंधन से कांग्रेस को अलग करने के संबंध में अन्य राजनीतिक दलों से बातचीत करने का फैसला लिया है.
साल 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले एकजुट हुए विपक्षी, बनाया 'इंडिया' गठबंधन
साल 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को कड़ी टक्कर देने के लिए विपक्षी दलों ने मिलकर इंडिया गठबंधन बनाया था. तब इसके मुख्य अगुवा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थे. लेकिन उनके एलडीए में चले जाने पर अगुवा की भूमिका में कांग्रेस के नेता हैं. गत कुछ दिनों से इंडिया गठबंधन में शामिल कुछ नेता पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन का संयोजक बनाने की बात को लेकर मुखर हैं. लोकसभा चुनाव इंडिया गठबंधन ने एकजुट होकर लड़ा था, लेकिन चुनाव संपन्न होने के बाद गठबंधन तो है, मगर राजनीतिक दल अलग-थलग जैसे हैं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव अपने-अपने दम पर लड़ने का पहले ही ऐलान कर चुकी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने चुनाव के लिए प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया था. दोनों दल के नेता व प्रत्याशी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. इसी दौरान एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का भी सिलसिला जारी है.