शिमला: हिमाचल में हर साल कई लोगों की सर्पदंश से मौत होती है. ताजा मामला आईजीएमसी शिमला से सामने आया है. यहां एक 9 साल के बच्चे की सांप के काटने से मौत हो गई. 9 साल का हर्षित सोलन के सायरी में रहता था. मंगलवार सुबह 4 बजे जब वो अपने घर में बेड पर सोया हुआ था, तभी एक सांप ने उसे डस लिया. जब हर्षित ने जोर से आवाज लगाई तो उसके परिजन फौरन उसे इलाज के लिए पीएचसी सायरी ले गए. जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे आईजीएमसी रेफर कर दिया, लेकिन आईजीएमसी अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी. आईजीएमसी कैजुअल्टी में सीएमओ कर्नल महेश ने मासूम की मौत की पुष्टि की है.
बरसात में बढ़ता है सर्पदंश का खतरा
स्वास्थ्य विभाग में निदेशक डॉक्टर गोपाल वेरी ने बताया कि प्रदेश में सर्पदंश के मामले बरसात में ज्यादा आते हैं. आईजीएमसी और टांडा में लगातार सर्पदंश के मामले सामने आ रहे हैं. सांपों का सबसे ज्यादा प्रकोप कांगड़ा में रहता है. स्नेक बाइट के सबसे ज्यादा मामलों में मरीजों को 108 एंबुलेंस के जरिए से ही अस्पताल पहुंचते हैं. पिछले पांच सालों में 108 एंबुलेंस के तहत करीब 2 हजार स्नेक बाइट के शिकार लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया. अगर इन लोगों को समय रहते अस्पताल न पहुंचाया जाता तो इनकी मौत भी हो सकती थी. एंटी स्नेक वेनम ने सर्पदंश के शिकार लोगों को नई जिंदगी प्रदान की है.