भरतपुर:श्री जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेले में इस बार रावण के साथ ही कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतलों का भी दहन किया जाएगा. आग लगते ही 52 फीट ऊंचे रावण की आंखों से आंसू निकलेंगे और मुंह से आग उगलेगा. मेले में इस बार रावण दहन और आतिशबाजी का आयोजन 12 अक्टूबर की शाम 6.30 बजे किया जाएगा.
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक एवं मेला अधिकारी खुशी राम मीणा ने बताया कि इस बार स्टेडियम परिसर की बजाय गोलमोल की बगीची के पास रावण दहन किया जाएगा.इस बार गत वर्ष की तुलना में 1 फीट ऊंचा यानी 52 फीट का रावण पुतला तैयार कराया जा रहा है.साथ ही 40 फीट के कुंभकर्ण और 35 फीट ऊंचा मेघनाथ के पुतले का दहन भी किया जाएगा.पहली बार पशुपालन विभाग की ओर से श्रीराम बारात का भी आयोजन किया जाएगा.रावण दहन स्थल पर रंगारंग आतिशबाजी का भी आयोजन किया जाएगा.
200 तरह की आवाज के साथ गिरेगा रावण:रावण, कुंभकरण और मेघनाथ का पुतला तैयार करने वाली फर्म पुतलों में विशेष प्रकार के पटाखों का इस्तेमाल करेगी.रावण के पुतले में आग लगाते ही आंखों में ऐसी आतिशबाजी होगी, जिसे देखकर लगेगा मानो रावण की आंखों से आंसू निकल रहे हैं.मुंह से आग उगलेगा.रावण के पुतले में 200 प्रकार की आवाज करने वाले पटाखे लगाए जाएंगे.
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निकलेगी राम बारात:इस बार पुतला दहन से पहले पशुपालन विभाग के कार्यालय से श्रीराम बारात रवाना होगी.यह राम बारात बिजली घर चौराहा होते हुए मथुरा गेट, मोरी चार बाग, चौबुर्जा, गंगा मंदिर, जामा मस्जिद, दाल बाजार, लक्ष्मण मंदिर, कोतवाली, कुम्हेर गेट होते हुए नुमाइश रोड, तोप सर्किल से हीरादास बस स्टैंड, थाना अटलबंध से रावण दहन स्थल तक पहुंचेगी. श्रीराम बारात में भगवान श्रीराम सहित माता सीता, लक्ष्मण, हनुमान जी एवं वानर सजी-धजी बग्गी पर सवार होकर बैंड बाजों की धुनों के साथ निकाली जाएगी. श्रीराम बारात का शुभारंभ 12 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे होगा. मेलाधिकारी मीणा ने बताया कि रावण दहन कार्यक्रम के दौरान दर्शकों के लिए आकर्षक आतिशबाजी की जाएगी. उसके बाद रावण दहन होगा.