शिमला: बरसात के सीजन में सांप काटने से मौतों की सूचना अक्सर मिल जाती है. हिमाचल प्रदेश में सांप काटने से तीन साल के भीतर 35 लोगों की मौत हुई. कांगड़ा जिला में सांप काटने से सबसे अधिक लोग मौत का शिकार हुए हैं. प्रदेश के सात जिलों में पिछले तीन साल से सर्पदंश से एक भी मौत नहीं हुई है. ये जानकारी हिमाचल विधानसभा के विंटर सेशन के दौरान सामने आई.
ऊना से विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने इस बारे में सवाल किया था. सतपाल सिंह सत्ती जानना चाहते थे कि तीन साल में सर्पदंश से प्रदेश में कितने लोग काल का ग्रास बने.स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल की तरफ से दिए गए लिखित जवाब के अनुसार वर्ष 2022 में 11 व्यक्ति, वर्ष 2023 में 10 और इस साल पहली दिसंबर तक 14 लोगों की मौत सर्पदंश से हुई है.कांगड़ा जिला सबसे अधिक प्रभावित है. यहां सर्पदंश से मौत के मामले सबसे अधिक हैं.वर्ष 2022 में कांगड़ा जिला में सांप के काटने से 8 लोग काल का शिकार हुए. फिर वर्ष 2023 में सात लोगों की जान सर्पदंश के कारण गई. इस साल पहली दिसंबर तक कांगड़ा जिला में सांप के काटने से नौ लोग मारे गए.