मधेपुरा: बिहार के मधेपुरा से बड़ी खबर सामने आई है. जहां सदर अस्पताल में कार्यरत करीब 30 डॉक्टरो पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया है. यह आरोप सिविल सर्जन डॉक्टर मिथिलेश ठाकुर के द्वारा सदर अस्पताल उपाधीक्षक को पत्र जारी कर लगाया गया है. सिविल सर्जन के द्वारा जारी किए गए पत्र में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक से पूछा गया है कि बीते 26 जनवरी को ध्वजारोहण के समय मात्र दो चिकित्सक डॉ सचिन कुमार एवं डॉ यश शर्मा ही मौजूद थे, जबकि इनके अलावा सभी चिकित्सक उपस्थित नहीं हुए.
झंडोत्तोलन में क्यों शामिल नहीं हुए सभी डॉक्टर : अस्पातल उपाधीक्षक से बाकी डॉक्टरों के गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडोत्तोलन के दौरान उपस्थित नहीं रहने की बाबत कारण पूछा गया है कि, आखिर ऐसा क्यों हुआ. सिविल सर्जन का कहना है कि ''ऐसा करना यह दर्शाता है कि इन तमाम चिकित्सकों के द्वारा राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया गया है. यह कृत राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में आता है. पूर्व से निर्धारित राष्ट्रीय ध्वजारोहण के कार्यक्रम में उपस्थित नहीं होना, तिरंगे को सलामी नहीं देना यह गंभीर चिंता का विषय है.''