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खूंटी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की 18 बेटियों ने पास की जेईई मेन परीक्षा, रचा इतिहास - JEE MAIN EXAM

खूंटी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की 18 छात्राओं ने इतिहास रचते हुए जेईई मेन परीक्षा पास कर ली है. डीसी ने उन्हें शुभकामनाएं दीं.

girls of Khunti Kasturba Gandhi Residential School
खूंटी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्राएं (ईटीवी भारत)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 12, 2025, 8:13 PM IST

खूंटी: राजधानी रांची से सटे खूंटी जिले की 18 आदिवासी बच्चियों ने जेईई मेन 2025 परीक्षा पास कर इतिहास रच दिया. ये पहली बार है कि एक साथ एक स्कूल में पढ़ने वाली बच्चियों ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित परीक्षा जेईई मेन पास किया है. जिला प्रशासन ने सभी बच्चियों को शुभकामनाएं दी हैं.

जिला प्रशासन खूंटी द्वारा संचालित 'सम्पूर्ण शिक्षा कवच' अभियान के तहत शिक्षा के क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है. कालामाटी स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की 18 बेटियों ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित परीक्षा जेईई मेन 2025 में सफलता प्राप्त किया है. उन्होंने यह सिद्ध कर दिया कि सही मार्गदर्शन और कठिन परिश्रम से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है.

इस उपलब्धि पर डीसी लोकेश मिश्रा ने सभी छात्राओं को हार्दिक बधाई एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा, 'यह हमारे जिले के लिए गर्व का क्षण है. इन 18 छात्राओं ने यह साबित कर दिया कि संसाधनों की सीमाओं के बावजूद यदि उचित मार्गदर्शन और समर्थन मिले, तो ग्रामीण क्षेत्र की छात्राएं भी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकती हैं. यह उपलब्धि न केवल छात्राओं की मेहनत का परिणाम है, बल्कि सम्पूर्ण शिक्षा कवच अभियान के तहत शिक्षकों और जिला प्रशासन द्वारा किए गए सतत प्रयासों की भी पुष्टि करती है. हम आगे भी इसी तरह छात्रों के समग्र सहयोग के लिए प्रयासरत रहेंगे.

सम्पूर्ण शिक्षा कवच अभियान के तहत छात्राओं को 24×7 डिजिटल शिक्षा सहायता, व्यक्तिगत मार्गदर्शन, और मॉडल टेस्ट श्रृंखला के माध्यम से तैयारी करवाई गई. इस अभिनव पहल से न केवल जेईई मेन परीक्षा में सफलता मिली, बल्कि यह आगे भी छात्राओं को आईआईटी और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश के लिए प्रेरित करेगा. खूंटी जिला प्रशासन इस सफलता को ग्रामीण शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव के रूप में देखता है और भविष्य में भी इसी प्रकार छात्राओं को सहयोग प्रदान करने के लिए संकल्पित है.

इन्होंने ने पास की परीक्षा

महिमा कुमारी, दिव्या कुमारी, गुंजा कुमारी, जांबी टूटी, प्रमिला टूटी, आरती कुमारी, ईशा कुमारी, आकांक्षा कुमारी, लीला कुमारी, जयंती कुमारी, प्रियांशी कुमारी, प्रियंका कुमारी, आर्ची सांगा, ललिता पूर्ति, अमिका कुमारी, अंता कुमारी, अर्चना कुमारी.

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