हजारीबाग: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मानसून के दौरान हजारीबाग में 1 लाख पौधा लगाने की तैयारी है. समाजसेवी सह भाजपा नेता प्रदीप प्रसाद के नेतृत्व में पौधरोपण किया जाएगा. विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर इसकी शुरुआत की गई है. वहीं, नवनिर्वाचित सांसद मनीष जायसवाल ने पौधा देकर आम लोगों को लगाने और इसकी रक्षा करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सांसद बनने के बाद यह पहला कार्यक्रम है और बेहद खास है. सांसद बनने के बाद यह पुनीत कार्य करने का मुझे सौभाग्य मिला है. यह पल जीवन भर याद रहेगा.
संवाददाता गौरव प्रकाश की रिपोर्ट (ETV BHARAT) इस दौरान सांसद ने यह भी कहा कि हजारीबाग में जल स्तर भी नीचे जा रहा है. यह एक बड़ी चिंता का विषय है. इसलिए अधिक से अधिक पौधा लगाकर कई समस्याओं का समाधान किया जा सकता है. हर एक व्यक्ति को पौधा तो लगाना ही चाहिए साथ ही यह प्रण भी लेना चाहिए कि उसकी रक्षा करें. पौधा लगाना आसान है लेकिन उसे जीवित रखना चुनौती है. सरकार की ओर से कई प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन जब तक इस कार्यक्रम में आम जनता की सहभागिता नहीं होगी पौधा नहीं लग सकता है.
कभी हजारीबाग को झारखंड का शिमला कहा जाता था: मनीष जायसवाल
मनीष जायसवाल ने कहा कि अगर हजारीबाग को फिर से पुरानी सुंदरता की ओर लाना है तो अधिक से अधिक पौधा लगाना होगा. एक समय था जब हजारीबाग को झारखंड के शिमला के नाम से जाना जाता था. अब यह नाम खोता जा रहा है. इसके लिए हम सभी दोषी हैं. अधिक से अधिक पौधा लगाना हर एक व्यक्ति की जिम्मेदारी होनी चाहिए. वहीं, प्रदीप प्रसाद ने कहा कि हजारीबाग को झारखंड का शिमला कहा जाता था. हाल के दिनों में तापमान में काफी वृद्धि हुई है. पेड़ पौधों की अंधाधुंध कटाई हुई है.
इसे देखते हुए हमारी पार्टी की ओर से एक लाख पौधा लगाने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि पौधा लगाना और फिर उसे जीवित रखना दोनों अलग-अलग काम है. पौधा परिवार के वैसे लोगों के नाम पर लगाया जाए जिनका स्वर्गवास हो गया हो. ऐसा करने से उस पौधे के साथ उस परिवार का गहरा जुड़ाव हो जाता है. यह कोशिश की जाएगी जो भी व्यक्ति पौधा लगाए अपने परिवार के किसी सदस्य के नाम पर लगाएं.
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