हैदराबाद :भारत बनाम इंग्लैंड के बीच कल 12 अक्टूबर को टी20 सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला जाएगा. राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम हैदराबाद में होने वाले इस मुकाबले से पहले भारत के बेहतरीन बल्लेबाज रिंकू सिंह ने एक मजेदार जवाब में छवि खराब होने की बात का जिक्र किया है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उनकी छवि किस वजह से खराब हो गई है.
जब भारत 41/3 पर लड़खड़ा रहा था, तब रिंकू सिंह ने एक महत्वपूर्ण पारी खेली और छक्के से अर्धशतक पूरा करके टीम के स्कोर को बड़ा करने में मदद की. अपना दूसरा टी20 मैच खेल रहे भारत के उभरते हुए सनसनी नीतीश कुमार रेड्डी के साथ 100+ रन की साझेदारी की. रिंकू ने 29 गेंदों पर पांच चौकों और तीन छक्कों की मदद से 53 रन बनाए, उनकी स्ट्राइक रेट 182.76 रही.
आधिकारिक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म जियो सिनेमा के साथ एक साक्षात्कार में, जब उनसे पूछा गया कि जैसे वह विराट कोहली से बल्ला मांगते हैं क्या कोई उनसे बल्ला मांगता है, तो रिंकू सिंह ने कहा, 'बल्ले की वजह से मेरी छवि खराब हो गई है! हर कोई मुझे देखता है और सोचता है, 'वह बस बल्ला मांगता रहता है,' लेकिन अब मैंने उस समस्या को सुलझा लिया है- मैं अब किसी से बल्ले के लिए नहीं कहता.
रिंकू ने कहा, उन्होंने आगे सूर्यकुमार यादव को सलाह दी कि उन्हें गेंदबाज के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. हाँ, मैंने उन्हें याद दिलाया कि मैंने सात मैचों में तीन विकेट लिए हैं और श्रीलंका के खिलाफ भी गेंदबाजी की है. वह जानता है कि जब विकेट घूम रहा हो, तो वह मुझे गेंद भी दे सकता है.
दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में 41-3 के स्कोर पर बल्लेबाजी करने के लिए आने पर अपनी गेम प्लान भी साझा की. "मैं हमेशा तीन या चार विकेट गिरने पर बल्लेबाजी करता हूं, इसलिए यह हमेशा दबाव की स्थिति होती है. मैं मैच की स्थिति के अनुसार बल्लेबाजी करने की कोशिश करता हूं और अपने साथी के साथ बातचीत करता हूं.
रिंकू ने कहा, मैंने बड़ा स्कोर बनाने की योजना नहीं बनाई थी, लेकिन धीमी विकेट के कारण, हमने सिंगल और डबल लेने और प्रत्येक गेंद को उसकी योग्यता के अनुसार खेलने पर ध्यान केंद्रित किया.
बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने गौतम गंभीर के साथ अपनी बातचीत के बारे में भी जानकारी दी. 'हमने किसी विशेष बात पर चर्चा नहीं की है. उन्होंने मुझे केकेआर में अपनी शैली और अभ्यास दिनचर्या को बनाए रखने के लिए बहुत स्वतंत्रता दी. उन्होंने मुझसे बस इतना कहा कि मैं अपना खेल खेलता रहूँ और खुद पर विश्वास रखूं.