फरीदाबाद/झज्जर :कौन हैं हरियाणा की सबसे धाकड़. जवाब है मनु भाकर. आखिर हो भी क्यों ना आखिरकार मनु भाकर ने आज वो कर दिखाया है जो देश सदियों तक याद रखेगा. मनु भाकर ने एक ही ओलंपिक में देश के लिए दो मेडल जीतकर इतिहास बना डाला है. मनु की जीत के बाद से पूरे हरियाणा में जश्न का माहौल है.
मनु भाकर को खिलाएंगी आलू के पराठे :हरियाणा के फरीदाबाद में ढोल-नगाड़े बजाते हुए मनु भाकर की मां सुमेधा भाकर और पिता रामकिशन भाकर का सम्मान किया गया है. ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए मनु भाकर के माता-पिता ने कहा है कि वे मनु भाकर की उपलब्धि से काफी ज्यादा खुश हैं. मनु भाकर की मां सुमेधा भाकर ने कहा कि मनु के घर वापस आने पर वे मनु की फेवरेट आलू के पराठे बनाकर दही के साथ मनु को खिलाएंगी.
मनु भाकर की जीत से पिता बेहद खुशी :वहीं उनके पिता रामकिशन भाकर ने कहा कि मनु का मेडल जीतना पूरे देशवासियों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है. उनके प्यार और आशीर्वाद से ये सब संभव हो सका है और वे इसके लिए सभी का धन्यवाद करते हैं. हालांकि गोल्ड मेडल ना लाने पर मनु को थोड़ी निराशा जरूर है लेकिन फिर भी देश के लिए डबल मेडल जीतने पर उसको दोगुनी खुशी भी है. उन्होंने कहा कि घर की अगर बात करें तो सबसे ज्यादा मनु पर मेहनत उनकी मां सुमेधा भाकर ने की है.
झज्जर में जीत पर उड़े गुलाल :वहीं झज्जर में मनु भाकर के पैतृक गांव गोरियां में तो होली मन गई. मनु भाकर ने जिस स्कूल से पढ़ाई की थी, वहां पर बच्चों और ग्रामीणों के साथ मनु के परिजनों ने मनु का खेल लाइव देखा. जैसे ही मनु को मेडल मिला तो सभी खुशी से झूम उठे. उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी बेटी पर बहुत गर्व है. इस दौरान लोगों ने एक दूसरे को लड्डू खिलाकर जीत का जश्न मनाया और एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली खेल डाली. मनु की दादी ने कहा कि मनु के वापस लौटने पर पूरे गांव में देसी घी के लड्डू बांटे जाएंगे. वहीं लोगों को 2 अगस्त को होने वाले ईवेंट में मनु के गोल्ड मेडल जीतने की पूरी उम्मीद है.