पटना:हम सभी लोग खाना खाने के बाद मीठा खाना पसंद करते हैं. घर में या शादी-विवाह में भी खाना खाते हैं तो अंत में मीठा की तलाश करके आइसक्रीम रसगुल्ला या जलेबी खाते है. खाना खाने के बाद मीठा खाना लोगों को क्यों पसंद आता है. कभी-कभी खाना खाने के बाद मीठा खाना ठीक है लेकिन अगर आप रेगुलर बेसिस पर खाना खाने के बाद मीठा खाने की इच्छा रखते हैं तो कई कारण भी बन सकते हैं. मीठा खाने के फायदे हैं या नुकसान जानिए विशेषज्ञ से.
शुगर पेशेंट के नुकसानदेह: गार्डिनर अस्पताल के अधीक्षक मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि यह प्रक्रिया सदियों से चली आ रही है. पहले के जमाने में लोग खाना खाने के बाद दही या गुड़ खाते थे जो बेहद फायदेमंद है. बदलते जमाने में खाना खाने के बाद मीठे में रसगुल्ला, आइसक्रीम, जलेबी और कई चीज लोग खाना पसंद कर रहे हैं. खाना खाने के बाद मिठाई खाने के फायदे भी हैं और नुकसान भी है .इस बात को ध्यान देने की जरूरत है कि अगर जो लोग शुगर पेशेंट हैं उनके लिए बेहद नुकसानदेह है.
मीठा पाचन क्रिया को धीमा कर देता है:डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि मीठा चीजों में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो पाचन प्रक्रिया को धीमी कर देता है. इसलिए खाना खाने के बाद मीठा खाने से पाचन प्रक्रिया में समय लगती है. जब भी हम आप खाना खाते हैं. तेल मसाला उसमें रहता है और उसके पचाने के लिए हमारे पेट में डाइजेस्टिव फायर काम करती है. खाने के बाद मीठा खाने के बाद यह डाइजेस्टिव फायर काम नहीं करती है इस वजह से खाना ठीक से नहीं पच पाता है. इससे ही जलन गैस की समस्या पेट फूलना की समस्या उत्पन्न हो जाती है.
"ज्यादातर लोग रात में खाना खाने के बाद मीठा खाना पसंद करते हैं. जो बेहद हानिकारक है क्योंकि रात को खाना खाने के बाद अगर प्रतिदिन मीठा खाते हैं तो इससे आपका वजन बढ़ सकता है. जिससे कंट्रोल करना मुश्किल होगा. रात को मीठा खाने से दिल के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ेगा, फैटी लीवर की समस्या होगी रात को खाने के बाद मीठा खाने से बॉडी को स्टैंड एनर्जी मिलती है. जिससे ब्रेन तुरंत एक्टिव हो जाता है और इसका सीधा असर आपके स्लीप साइकिल पर पड़ता है इसलिए खाना खाने के बाद प्रतिदिन रात में टहलना चाहिए."- मनोज कुमार सिन्हा, अधीक्षक, गार्डिनर अस्पताल
हार्ट डिजीट का बढ़ सकता है खतरा: स्टडी बताती हैं कि खाने के बाद मीठा खाने की लालसा स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है. ये आपकी हेल्थ को प्रभावित करता है और स्वास्थ्य से जुड़ी कई छोटी-छोटी समस्याओं का कारण बनता है. ज्यादा मात्रा में शुगर लेने से कोरोनरी हार्ट डिजीज के खतरे के कारक बढ़ जाएंगे, जिनमें मोटापा, बढ़ा हुआ ब्लड स्ट्रेन और इरिटेशन शामिल है. हाई शुगर डाइट को कोरोनरी हार्ट डिजीज से होने वाली मौत की उच्च संभावना से जोड़ा गया है.