हैदराबाद: आज तकरीबन सभी लोग परफ्यूम का इस्तेमाल करते हैं. घर से बाहर जाना है तो परफ्यूम लगाना ही है. ऐसे सभी लोगों के लिए बड़ा अपडेट आया है. एक रिसर्च से यह पता चला है कि जो लोग हमेशा परफ्यूम का प्रयोग करते हैं उनके लिए खतरे की बात है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इससे बांझपन की समस्या भी हो सकती है. आज इसी विषय पर बात करते हैं.
खुशबू बिखेरने वाले इत्र
शरीर में ताजगी का अनुभव का अहसास करने के लिए लोग बेधड़क परफ्यूम छिड़कते हैं. यह शरीर की दुर्गंध को दूर करता है. हालांकि, बहुत से लोगों को सिर्फ यही पता हैं कि केमिकल युक्त परफ्यूम त्वचा संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है. लेकिन, न्यूयॉर्क के माउंट सिनाई में इकान स्कूल ऑफ मेडिसिन में महामारी विशेषज्ञ और प्रोफेसर डॉ. शन्ना स्वान का कहना है कि परफ्यूम के इस्तेमाल से प्रजनन क्षमता पर असर पड़ सकता है. इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह चेतावनी दी गई है कि इसका प्रभाव पुरुषों में अधिक होता है.
कम हो सकती है शुक्राणुओं की संख्या
यह सामान्य बात है कि शराब, धूम्रपान और मोटापा पुरुषों में बांझपन का कारण बनते हैं. साथ ही कई शोधों में यह बात सामने आई है कि जो लोग गर्म जगहों पर काम करते हैं उनमें शुक्राणुओं की संख्या कम हो जाती है, लेकिन डॉ. शन्ना स्वान और अन्य शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक शोध में यह बात सामने आई कि 'परफ्यूम जैसी खुशबू छोड़ने वाले सौंदर्य उत्पादों के इस्तेमाल से भी पुरुषों में बांझपन होने की संभावना होती है. डॉ. शन्ना का कहना है कि परफ्यूम में मौजूद रसायन पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को प्रभावित करते हैं और शुक्राणुओं की संख्या कम कर देते हैं.