धीरे-धीरे मौसम में बदलाव होने लगा है. बरसात खत्म होने के बाद अब हल्की ठंड ने दस्तक देनी शुरू कर दी है. आने वाला महिना काफी चैलेंजिंग होने वाला है. नेक्स्ट महिने से थोड़ी ठंड पड़नी शुरू हो जाएगी, साथ ही आने वाला महीना त्योहारों से भरा भी रहने वाला है पहले करवा चौथ फिर दीपावली ,भैया दूज जैसे त्योहार आने वाले है. ऐसे में बदलते मौसम और त्योहारों के सीजन में गर्भवती महिलाओं और उनके अजन्में पर विषेश ध्यान देना पड़ता है.
मौसम के करवट लेते ही जहां एक ओर खुशी का एहसास होता है तो वहीं दूसरी ओर ऐसे में खास सावधानी बरतने की भी जरूरत होती है. खासकर गर्भवती महिलाएं, हाल ही में बच्चे को जन्म देने वाली माताएं और छोटे बच्चों को ऐसे में किस तरह की सावधानी बरतने की जरूरत है, जानते हैं इसके बारे में वरिष्ठ महिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मारिशा पंवार से...
दरअसल, उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल उपजिला अस्पताल में तैनात वरिष्ठ महिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मारिशा पंवार ने कहा कि बदलते मौसम में गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा बेहद जरूरी है. क्योंकि बदलते मौसम के चलते वे बीमार जल्दी पड़ सकती हैं. उन्हें बीमार लोगों से दूर रखा जाना भी बेहद जरूरी है, क्योंकि जब कोई गर्भवती महिला बीमार लोगों को सम्पर्क में आती है तो उससे उनके बीमार होने का खतरा 50 प्रतिशत बढ़ जाता है. इसके साथ में चलने वाला वायरल भी उन्हें प्रभावित कर सकता है. ऐसे में गर्भवती महिलाएं और अजन्मे शिशु के बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है.