पटना:22 जुलाई से सावन का पावन महीना शुरू हो रहा है. 22 जुलाई को ही पहली सोमवारी पड़ रही है. सोमवारी को काफी लोग भगवान भोलेनाथ की आराधना में उपवासपर रहते हैं. ऐसे में जो लोग उपवास पर रहते हैं, खासकर वैसे लोग जो डायबिटिक हैं, उन्हें विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.
डायबिटिक व्रती ध्यान दें: पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि वत्र करें लेकिन सावधानी के साथ.डायबिटिक लोग यदि उपवास कर रहे हैं तो फलहार पर उपवास करें और प्रत्येक 2 घंटे पर फलों का सेवन करते रहें. यह उनके व्रत के साथ-साथ सेहत के दृष्टिकोण से भी लाभदायक होगा.
फलाहार करना सेहत के लिए फायदेमंद: 22 जुलाई से सावन का पावन महीना शुरू हो रहा है और पहले दिन ही सोमवारी पड़ गई है. भगवान भोलेनाथ के भक्तों के लिए यह बहुत ही शुभ दिन है और भोलेनाथ को खुश करने के लिए काफी लोग उपवास करते हैं. लेकिन यदि उपवास कर रहे हैं तो नमक त्याग कर फलाहार पर उपवास करना ही सेहत के लिए लाभदायक होता है.
''एक सामान्य व्यक्ति यदि सोमवारी का उपवास कर रहा है तो उसे चाहिए कि एक दिन पहले अर्थात रविवार के दिन ओआरएस का घोल का सेवन करें. ऐसा इसलिए ताकि इस मौसम में ह्यूमिडिटी अधिक है और पसीना अधिक चल रहा है, ऐसे में फास्टिंग के कारण शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी ना हो इसके लिए यह जरूरी है.''-डॉ दिवाकर तेजस्वी
सावन के व्रत में रखें ख्याल: डॉ दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि जो लोग डायबिटिक हैं वह भी सावन में फास्टिंग करते हैं. डायबिटिक लोगों के लिए फास्टिंग हानिकारक है, यदि आप फलाहार पर करते हैं तो कर सकते हैं. लेकिन डायबिटिक लोगों के लिए जरूरी है कि फलाहार कर रहे हैं तो गुदा वाले फलों का सेवन से परहेज करें. आम, केला इत्यादि फलों का सेवन नहीं करें.
''डायबिटिक लोग फलाहार पर उपवास करें और प्रत्येक दो से तीन घंटे पर फाइबर वाले फल जैसे की सेव, जामुन, संतरा इत्यादि का सेवन करें. वैसे फल जो बहुत अधिक मीठे नहीं होते हैं इसका सेवन फलहार में चल सकता है.''-डॉ दिवाकर तेजस्वी