नई दिल्ली:वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट 2025 को पेश करेंगी. जैसे-जैसे केंद्रीय बजट 2025 नजदीक आ रहा है भारत के मध्यम वर्ग खासकर सैलरी वाले व्यक्तियों की उम्मीदें बढ़ती जा रही हैं. आकांक्षाओं और वित्तीय बाधाओं के बीच की रेखा पर खड़ा यह वर्ग उन उपायों का बेसब्री से इंतजार कर रहा है जो उनके वित्तीय बोझ को कम कर सकें और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकें. मध्यम वर्ग केवल एक आर्थिक जनसांख्यिकी नहीं है यह राष्ट्र की रीढ़ का प्रतिनिधित्व करता है, जो ऐसी नीतियों का सपना देखता है जो सामर्थ्य और अवसर के बीच संतुलन बनाए रखें.
क्या बजट 2025 से मध्यम वर्ग को मिलेगी राहत? जानें क्या है उम्मीदें - BUDGET 2025
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को केंद्रीय बजट पेश करेंगी, जिस दिन का देश भर के करदाताओं को बेसब्री से इंतजार रहता है.
बजट 2025 (Getty Image)
Published : Jan 25, 2025, 4:05 PM IST
बजट 2025 से मीडिल क्लास को उम्मीद
- इनकम टैक्स की कम दरें- इनकम टैक्स रेट में कमी उनकी इच्छा सूची में सबसे ऊपर है. बढ़ते खर्चों के साथ, वेतनभोगी व्यक्ति राहत की तलाश कर रहे हैं, जिससे उनके हाथ में ज्यादा पैसे आ सकें, जिससे वे ज़रूरत के हिसाब से बचत, निवेश या खर्च कर सकें.
- हाई HRA और स्टैंडर्ड कटौती-आवास और दैनिक खर्च मध्यम वर्ग के बजट का एक बड़ा हिस्सा बनते हैं. हाउस रेंट अलाउंस (HRA) छूट और मानक कटौती में संशोधन इन लागतों को संबोधित करने में एक लंबा रास्ता तय करेगा, जिससे बहुत जरूरी वित्तीय राहत मिलेगी.
- किफायती आवास पहल-कई मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए घर का मालिक होना एक प्रिय आकांक्षा है. आवास लोन को और अधिक सुलभ बनाने और पहली बार खरीदारों के लिए प्रोत्साहन देने की नीतियाँ उनकी इच्छा सूची में सबसे ऊपर हैं.
- निवेश को बढ़ावा- कर-बचत निवेश के लिए बढ़े हुए रास्ते एक और प्रमुख अपेक्षा है. सेवानिवृत्ति बचत, शिक्षा निधि और स्वास्थ्य सेवा निवेश के लिए बढ़ा हुआ समर्थन परिवारों को अपने कर दायित्व को कम करते हुए अपना भविष्य सुरक्षित करने में मदद कर सकता है.
- बढ़ती लागत से राहत-मुद्रास्फीति के कारण आवश्यक खर्च प्रभावित हो रहे हैं, इसलिए मध्यम वर्ग के परिवार जीवन-यापन की लागत को कम करने के उपायों की तलाश कर रहे हैं. इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और परिवहन क्षेत्रों में सब्सिडी या सहायता शामिल है.