मुंबई: सैफ अली खान मामले में आए दिन नए मोड़ सामने आ रहे हैं. दरअसल मुंबई पुलिस ने बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान के हमलावर के रूप में गलत आदमी को हिरासत में ले लिया. पुलिस की इस गलती ने आकाश की जिंदगी तहस-नहस कर दी क्योंकि इसकी वजह से आकाश की नौकरी भी चली गई और उसकी शादी भी टूट गई.
नौकरी छूटी और शादी भी टूटी
सैफ अली खान पर हमले के मामले में गलती से हिरासत में लिए गए शख्स की जिंदगी बुरी तरह प्रभावित हुई. उन्हें अपनी नौकरी और शादी दोनों ही तरफ से हाथ धोना पड़ा. गलत पहचान के कारण पुलिस ने आकाश कैलाश कनौजिया को संदिग्ध समझकर हिरासत में लिया था लेकिन बाद में असली आरोपी को ठाणे से गिरफ्तार किया गया. आकाश मुंबई से जाजंगीर जा रहा था तभी दुर्ग स्टेशल पर रेलवे पुलिस में संदिग्ध समझकर गिरफ्तार किया लिया गया. अब मुंबई पुलिस की गलती की सजा आकाश को भुगतनी पड़ रही है. क्योंकि इसके बाद टीवी पर उनका टेलीकास्ट हो गया और आकाश को उनकी प्राइवेट कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया. इतना ही नहीं इस वजह से उनकी शादी भी टूट गई.
कानूनी लड़ाई लड़ रहे आकाश
ये घटना मुंबई पुलिस द्वारा आरपीएफ को भेजे गए गलत अलर्ट की वजह से हुई है जिसमें आकाश को सैफ अली खान का हमलावर बताया गया. बाद में पुलिस ने आरोपी शरीफुल इस्लाम शहजाद को ठाणे से गिरफ्तार किया गया. शरीफुल की गिरफ्तारी के बाद कनोजिया को रिहा किया गया. आकाश ने सीसीटीवी फुटेज चेक करने और अपने परिजनों से बात करने की रिक्वेस्ट की लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई. वहीं इंटरनेट पर पहले से ही बहस छिड़ी हुई थी कि गिरफ्तार किया गया व्यक्ति सीसीटीवी में दिखाई दिए शख्स से मेल नहीं खाता. अब आकाश अपनी गलत पहचान वाली तस्वीरें इंटरनेट से हटाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?
16 जनवरी को सैफ अली खान को उनके मुंबई स्थित आवास पर एक चोर ने चाकू मार दिया था. रात 2 बजे सैफ ने अपने घर में कुछ शोर सुना और जब वे अपने कमरे से बाहर आए तो उन्होंने देखा कि उनके घर की एक मेड पर हमला किया गया है. जब उन्होंने बीच-बचाव किया तो चोर ने उन पर 6 बार चाकू से हमला किया. जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया. जिसके बाद सैफ के घर से आरोपी का सीसीटीवी फुटेज सामने आया जिसमें वह सीढ़ियों से उतरता नजर आ रहा है. पुलिस ने उससे मिलते जुलते शख्स आकाश कनौजिया को हिरासत में ले लिया. उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होते ही बहस छिड़ गई कि यह सीसीटीवी वाला व्यक्ति नहीं है. बाद में पुलिस ने असली आरोपी को ठाणे से गिरफ्तार किया जिसकी पहचान बांग्लादेशी नागरिक के तौर पर की गई. उसका नाम मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद है.
आरोपी से नहीं हुए फिंगरप्रिंट मैच
आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया और बताया कि उसने भारत में आकर अपना नाम विजय दास रख लिया था. अब लेटेस्ट अपडेट ये है कि घटना स्थल पर पाए गए फिंगरप्रिंट्स शरीफुल के फिंगरप्रिंट्स से मेल नहीं खा रहे. सीआईडी ने मुंबई पुलिस को फिंगरप्रिंट सैंपल की नेगेटिव रिपोर्ट दी है. शुक्रवार को अदालत ने शरीफुल की पुलिस हिरासत 29 जनवरी तक बढ़ा दी है.