मुंबई: फिनटेक इंफ्रास्ट्रक्चर फर्म जसपे 2025 की पहली यूनिकॉर्न बनने के लिए तैयार है. इसका लक्ष्य अपने लेटेस्ट फंडिंग राउंड में 150 मिलियन डॉलर जुटाना है, जिसका नेतृत्व केदारा कैपिटल द्वारा किया जाएगा. मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक इसमें वेस्टब्रिज और सॉफ्टबैंक की भागीदारी होगी. फर्म करीब 1 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर पूंजी जुटा रही है. यूनिकॉर्न ऐसे स्टार्टअप होते हैं जिनका मूल्यांकन 1 बिलियन डॉलर से अधिक होता है. यह राउंड भुगतान क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच आया है, जहां फोन, रेजरपे और कैशफ्री सहित कई भुगतान गेटवे ने भुगतान ऑर्केस्ट्रेशन प्लेटफॉर्म के साथ संबंध तोड़ लिए हैं.
2012 में विमल कुमार और शीतल लालवानी द्वारा स्थापित जसपे, भुगतान ऑर्केस्ट्रेशन सॉफ्टवेयर का लीडिंग प्रोवाइडर है.
जब नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया अपने लिए UPI या यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस ऐप बना रहा था, तो उसने BHIM विकसित करने के लिए जसपे से संपर्क किया। इसके OTP रीड सॉफ्टवेयर ने ईकॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म के मोबाइल ऐप के ज़रिए चेकआउट के अनुभव को सहज बना दिया. आज भी यह कई UPI ऐप के साथ काम करता है, और उनके भुगतान ऑर्केस्ट्रेशन के एक महत्वपूर्ण हिस्से का मैनेजमेंट करता है.
जसपे ने अपने वित्तीय प्रदर्शन में मजबूत वृद्धि दर्ज की, मार्च 2024 को समाप्त वित्तीय वर्ष में इसके परिचालन राजस्व में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई।