नई दिल्ली:चीन ने अपने कार निर्माताओं को यह सुनिश्चित करने की सख्त सलाह दी है कि इलेक्ट्रिक वाहन तकनीक देश में ही रहे. जबकि वे चीनी निर्यात पर पेनल्टी चार्ज से बचने के लिए दुनिया भर में कारखाने बना रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीजिंग चीनी वाहन निर्माताओं को अपने विदेशी प्लांट में तथाकथित नॉक-डाउन किट निर्यात करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है. इसका मतलब है कि वाहन के प्रमुख भागों का घरेलू स्तर पर उत्पादन किया जाएगा और फिर उन्हें डेस्टिनेशन बाजार में अंतिम असेंबली के लिए भेजा जाएगा.
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने जुलाई में एक दर्जन से अधिक वाहन निर्माताओं के साथ बैठक की थी, जिन्हें यह भी कहा गया था कि उन्हें भारत में कोई भी ऑटो-संबंधित निवेश नहीं करना चाहिए.
इसके अलावा, तुर्की में निवेश करने के इच्छुक कार निर्माताओं को पहले उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, जो चीन के ईवी उद्योग की देखरेख करता है, और तुर्की में स्थानीय चीनी दूतावास को सूचित करना चाहिए.