पावर ऑफ वोट : सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी स्टारर शॉर्ट फिल्म ने जीता पहला पुरस्कार - First prize for the short film
First prize for the short film : कर्नाटक के सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी दानम बाबू की शॉर्ट फिल्म ने पहला पुरस्कार जीता है. 'पावर ऑफ वोट' नाम की लघु फिल्म में मतदाताओं को जागरूक करने का प्रयास किया गया है.
शिवमोगा: शिवमोगा के सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी दानम बाबू अभिनीत लघु फिल्म 'पावर ऑफ वोट' ने चुनाव और मतदान जागरूकता पर एक लघु फिल्म प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार जीता.
राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान के प्रति जागरुकता पैदा करने के लिए लघु फिल्में आमंत्रित की थीं. इस लघु फिल्म को मात्र दो मिनट में संदेश देना था. 280 लघु फिल्मों में से 'पॉवर ऑफ वोट' ने प्रथम पुरस्कार जीता. टीम को जल्द ही राज्य मुख्य चुनाव आयोग द्वारा एक पट्टिका और 20,000 रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.
दानम बाबू ने पुरस्कार की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान के प्रति जागरुकता पैदा करने के लिए लघु फिल्में आमंत्रित की थीं. फिल्म का टाइटल आयोग ने ही 'पावर ऑफ वोट' दिया था.
उन्होंने कहा कि वोट की ताकत के बारे में जागरुकता पैदा की जानी चाहिए. कुछ लोग वोट देने से कतराते हैं. युवा भी वोट देने से कतरा रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनकी लघु फिल्म इसी को ध्यान में रखकर बनाई गई है.
उन्होंने बताया कि 'लघु फिल्म में मैंने वीरभद्र की भूमिका निभाई. उसने चुनाव लड़ा लेकिन अंतिम समय में दो वोटों से हार गया. हमारी लघु फिल्म का मुख्य उद्देश्य यह दिखाना था कि प्रत्येक वोट कितना महत्वपूर्ण है. हमारी शॉर्ट फिल्म को हर जगह सराहना मिली है.' साथ ही अब इसने प्रतियोगिता में 280 लघु फिल्मों के बीच पहला स्थान हासिल किया है. दानम बाबू ने बताया कि 20 हजार रुपये नकद देने की भी घोषणा की गई है.
मतदान के प्रति जागरुकता पैदा करने वाली लघु फिल्म अच्छी बनी है. दानम ने दिखाया है कि मतदान कितना महत्वपूर्ण है. कम से कम एक पुलिस अधिकारी दिल छू लेने वाली लघु फिल्में बना रहा है. मतदाता शोभा ने कहा, चूंकि लघु फिल्में कम समय में शूट हो जाती हैं, इसलिए समझ जल्दी आती हैं.
मतदान के दौरान शहरी क्षेत्र के लोगों को ध्यान में रखकर एक लघु फिल्म 'पावर ऑफ वोट' बनाई गई है. मुख्य भूमिका में 4 लोगों ने अभिनय किया है. एनएडी क्रिएशन के नवीन कुमार.डी ने अपनी रचना के माध्यम से ये अहम विषय सामने रखा है. दानम बाबू ने वीरभद्र की भूमिका निभाई जबकि निनासम श्रीकांत और मंजूनाथ निनासम भी दिखाई दिए. कहानी शिवू राठौड़ और अबीब ने लिखी है.