बेंगलुरु:वाल्मीकि कॉर्पोरेशन स्कैम मामले की जांच कर रही ईडी के दो अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. अब खबर है कि, ईडी के अधिकारियों ने अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर को चुनौती देने के लिए कर्नाटक हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उन दोनों पर आरोप है कि, घोटाले की जांच के दौरान पूर्व मंत्री नागेंद्र का नाम उजागर करने के लिए उन्होंने दबाव बनाया था.
निगम के पूर्व प्रबंध निदेशक कल्लेश बी ने शिकायत की थी कि, ईडी अधिकारियों ने उन पर यह स्वीकार करने के लिए दबाव डाला था कि, उन्होंने पूर्व मंत्री बी नागेंद्र के दबाव में आकर अवैध रूप से धन ट्रांसफर किया था और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया था. ईडी अधिकारियों के खिलाफ विल्सन गार्डन पुलिस थाने में शिकायत की गई थी. सोमवार (22 जुलाई) को शहर के विल्सन गार्डन थाने की पुलिस ने ईडी अधिकारी कन्नन और मित्तल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. जिसके बाद इन अधिकारियों ने मंगलवार को हाईकोर्ट में एफआईआर रद्द करने की मांग करते हुए अर्जी दाखिल कर दी है.
न्यायमूर्ति एम. नागप्रसन्ना की एकल पीठ के समक्ष ईडी अधिकारियों की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मधुकर देशपांडे ने कहा कि याचिकाकर्ता ईडी अधिकारी हैं, जिन्होंने केवल अपने आधिकारिक कर्तव्यों का पालन किया है. देशपांडे ने कहा कि, ईडी की सुनवाई में शामिल हुए शिकायतकर्ता सुनवाई के बाद सीधे थाने गए और ईडी अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. अधिकारियों की ड्यूटी में बाधा डालने और बिना कोई प्रारंभिक जांच किए ईडी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इसलिए उन्होंने अनुरोध किया कि आवेदन पर तुरंत सुनवाई के लिए विचार किया जाए.