देहरादून: हरिद्वार रानीपुर मोड ज्वेलरी शोरूम डकैती कांड को हुए 12 दिन हो गए है, लेकिन अभी तक पुलिस इस डकैती कांड का खुलासा भी नहीं कर पाई है. इस मामले में विपक्ष पार्टियां भी पुलिस और सरकार को लगातार घेरने में लगी हुई है. एक सितंबर को हरिद्वार में दिनदहाड़े हुई इस डकैती ने न सिर्फ पुलिस की कार्यशैली, बल्कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हुए है. वहीं बीते दिन 11 सितंबर को हरिद्वार जिले एक और इसी तरह की वारदात हुई, जिसके बाद हरिद्वार पुलिस ने छत्तीसगढ़ में हुई इसी तरह की डकैती का अध्ययन करना शुरू कर दी है.
छत्तीसगढ़ में हुई हरिद्वार स्टाइल में लूट:हरिद्वार ज्वेलरी डकैती कांड के बदमाशों की तलाश में उत्तराखंड पुलिस की कई टीमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल और राजस्थान समेत कई प्रदेशों में जुटी हुई है. वहीं, पुलिस को जानकारी मिली है कि हरिद्वार वाले स्टाइल में ही छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में भी इसी तरह की वारदात हुई है. यहां पर भी बदमाशों ने हरिद्वार की तरह दोपहर में एक से दो बजे के बीच ही लूटपाट की.
छत्तीसगढ़ लूट से तो नहीं जुड़ा हरिद्वार डकैती का कनेक्शन?: बताया जा रहा है कि बलरामपुर में भी कार सवार पांच बदमाश सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए. यहां भी बदमाशों ने हरिद्वार स्टाइल में करीब पांच करोड़ रुपए की डकैती डाली. उत्तराखंड पुलिस ये जानने में लगी हुई है कि कहीं हरिद्वार और बलरामपुर लूटकांड के बीच कोई कनेक्शन तो नहीं है. एक ही गिरोह ने तो इन दोनों वारदात को अंजाम नहीं दिया? इसीलिए उत्तराखंड पुलिस, छत्तीसगढ़ पुलिस से संपर्क कर बलरामपुर लूटकांड के बारे में जानकारी एकत्र कर रही है. ताकि बलरामपुर लूटकांड से हरिद्वार डकैती कांड के कुछ इनपुट मिल सके.