34 साल बाद फिर से खुला उमा भगवती मंदिर, केंद्रीय मंत्री ने दी आतंकियों को चुनौती - Uma Bhagwati Temple Reopened
Uma Bhagwati Temple Reopened: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में देवी उमा भगवती को समर्पित मंदिर को तीन दशक से अधिक समय के अंतराल के बाद रविवार को फिर से खोल दिया गया. पढ़ें पूरी खबर...
अनंतनाग:जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में देवी उमा भगवती को समर्पित प्राचीन हिंदू मंदिर 34 साल के लंबे अंतराल के बाद फिर से खोला गया. यह मंदिर दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के शांगस इलाके के बरारी आंगन में स्थित है. मंदिर को फिर से खोलने के समारोह के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय मौजूद थे.
जानकारी के मुताबिक, 1980 के दशक के अंत में कश्मीर घाटी में आतंकवाद के फैलने के बाद मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी. मंदिर में जीर्णोद्धार कार्य पूरा होने के बाद उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में भक्तगण, विशेष रूप से कश्मीरी पंडित, देवी उमा भगवती की पूजा करने और देवी के दर्शन करने के लिए उपस्थित थे. इस समारोह में केंद्र शासित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में भक्तगण शामिल हुए. इस समारोह के दौरान धार्मिक भजनों के बीच गर्भगृह में देवी उमा भगवती की मूर्ति स्थापित की गई. बता दें, मूर्ति राजस्थान से लाई गई थी.
श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए गृह राज्य मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि मंदिर के फिर से खुलने के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए यहां आएंगे. उन्होंने कहा कि विकसित जम्मू-कश्मीर के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता और केंद्र शासित प्रदेश की अपनी समन्वयकारी संस्कृति जम्मू-कश्मीर को समृद्ध और शांतिपूर्ण क्षेत्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
अपने संबोधन के दौरान उन्होंने आतंकवाद के प्रति मोदी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराया. राय ने कहा कि यह पीएम मोदी का भारत है. या तो आप (आतंकवादी) नरक में जाएंगे, या आपको जमीन से 7 फीट नीचे दफनाया जाएगा. आप खुद चुनें कि आपको क्या स्वीकार है. आप या तो भारत की जेल में जाएं या अपना जीवन किसी अच्छे काम के लिए समर्पित करें. भारत अब आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति अपना रहा है.
समारोह में मंत्री राय के साथ अनंतनाग के डिप्टी कमिश्नर सईद फखरुद्दीन हामिद, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जी वी संदीप चक्रवर्ती और जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम में उमा भगवती स्थापना ट्रस्ट के पदाधिकारी भी मौजूद थे. डिप्टी कमिश्नर ने आश्वासन दिया कि प्रशासन श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में हरसंभव मदद करेगा. गौरतलब है कि ब्रारियांगन स्थित उमा भगवती मंदिर एक प्राचीन मंदिर है. कश्मीर में आतंकवाद से पहले, भक्तगण पूर्ववर्ती राज्य के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में देवी की पूजा करने और उनके दर्शन करने आते थे.