नई दिल्ली: देशभर के हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराने के लिए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने गुरुवार को देशव्यापी जन-जागरण अभियान की घोषणा की है. विहिप के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में यह बात कही. उन्होंने कहा कि, 5 जनवरी से विश्व हिंदू परिषद इस अभियान की शुरूआत आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से करने जा रही है, जिसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से बात की गई है.
उन्होंने कहा कि, स्वाधीनता के बाद भी जिन हिन्दूद्रोही कार्यों पर विराम लगना चाहिए था और मंदिरों को हिन्दू समाज को सौंपने का काम होना चाहिए था, वह अभी तक नहीं हुआ है. इस सवाल पर कि, केंद्र में भाजपा की सरकार है और उनसे सीधी बात न करके वीएचपी जन जागरण अभियान क्यों चला रही है?
इस सवाल के जवाब में मिलिंद परांडे ने कहा कि, किसी भी कार्य के लिए ये जानना जरूरी है कि जनता के क्या भाव हैं. इसके अलावा कई राज्यों में ऐसे मंदिर हैं जिनके मैनेजमेंट ट्रस्ट राज्यों के पास है. ऐसे में वहां की सरकार से या जनता के मनोभाव जानना भी जरूरी है.
इस सवाल पर कि, तिरुपति बालाजी के मंदिर में प्रसादम को लेकर मिलावट की जो बातें सामने आईं, क्या ये इसलिए जागरण अभियान की शुरुआत वीएचपी कर रही है. इस पर वीएचपी के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांदे ने कहा कि वैसे तो विहिप पहले से ये मांग कर रही है. दो साल पहले कर्नाटक सरकार से भी बात कर प्रारूप तैयार किया गया था मगर वो सरकार दोबारा चुनकर नहीं आई और नई सरकार ने उसे बदल दिया. इसके अलावा उत्तराखंड में भी दो मंदिर वीएचपी ने स्वतंत्र करवाए.