गया: बिहार के गया में रक्षाबंधन को लेकर तैयारी चल रही है. मानपुर में 'वृक्ष वी द चेंज' नाम की संस्था जो छात्र-छात्राओं को आईआईटी की तैयारी नि:शुल्क करवाती है. वहां इसमें पढ़ने वाली छात्राएं रक्षाबंधन के त्योहार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए खास राखी बना रही है. यह राखी प्रधानमंत्री को भेजी जाएगी. छात्राओं का कहना है कि पीएम ने महिलाओं के लिए काफी कुछ किया. उन्हें रोजगार करना सिखाया और छात्राओं के भी हित में कई कदम उठाए हैं.
छात्राएं पीएम मोदी को भेजेंगी राखी: छात्र शोभा कुमारी बताती है कि इस बार प्रधानमंत्री के लिए भी राखी भेजेंगी. प्रधानमंत्री ने सभी छात्राओं के लिए कई कदम उठाए हैं. वहीं महिलाओं के लिए भी काफी कुछ किया है. महिलाएं घर की देहरी से बाहर आकर रोजगार कर रही है. एक क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ है, जो प्रधानमंत्री ने किया है और इसका सीधा लाभ महिलाओं और छात्राओं को मिल रहा है. जिस तरह भाई बनकर प्रधानमंत्री काम कर रहे हैं, उस तरह वो बहने उनके लिए राखी भेज कर अपना फर्ज निभा रही हैं और उन्हें काफी खुशी मिल रही है.
"पीएम के लिए हम खुद राखी तैयार कर रहे हैं. राखी के लिए विभिन्न तरह की सामग्री लाई गई है और उसे धागों में पिरोया जा रहा है. पीएम मोदी के लिए स्पेशल राखी हो रही है. वो हमारे लिए भाई हैं,जो छात्राओं को काफी आगे ले जाने का काम कर रहे हैं. इससे हमारे प्रतिभा को लक्ष्य मिल रहा है."-खुशी रानी, छात्रा
जवानों के लिए बनी हजारों राखी:वहीं एलओसी पर तैनात जवानों के लिए छात्राओं ने हजारों राखियां तैयार कर ली है. अब तक 3500 राखियां बनाई गई है. इन सभी छात्राओं के द्वारा पिछले कई दिनों से घंटों का समय देकर राखियां तैयार की जा रही है. प्रतिदिन छात्राएं 2 घंटे का समय देती है. दर्जनों छात्राएं जो कोचिंग में आती है और 2 घंटे राखी बनाने के लिए अवश्य निकालती हैं. यह राखियां पाकिस्तान- भारत के सरहद पर डटे जवानों को भेजी जाएगी. इसके अलावा भारत -बांग्लादेश बॉर्डर और भारत-चीन बॉर्डर पर तैनात जवानों को भी यह राखियां भेजी जाएगी.
4 सालों से जवानों को भेजी जा रही राखी: राखियां बनाने को लेकर छात्राओं में काफी उत्साह भी देखा जा रहा है. पिछले 4 सालों से यहां की छात्राएं सरहद पर तैनात सैनिकों के लिए राखियां बना रही है और उन्हें भेजती भी है. विभिन्न कोड से सैनिकों-ऑफिसर के लिए राखियां भेजी जाती है. ऑनलाइन से पता कर सैनिक भाइयों के लिए यहां की बहने राखियां भेजती है. पहले 1000 राखी भेजने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन राखियां जिस तरह से बन रही है, उससे अधिक से अधिक संख्या में बॉर्डर पर तैनात सैनिक भाइयों के लिए यह बहने राखियां भेजेंगी.
बॉर्डर पर तैनात जवानों के लिए आईआईटीयन बहनों का प्यार: राखी बना रही छात्राएं अस्मिता कुमारी, शोभा कुमारी और अन्य ने बताया कि पिछले महीने से ही वो राखियां बना रही है. उनका कहना है कि बॉर्डर पर तैनात सैनिक अपने घर को नहीं आ सकते क्योंकि उन्हें देश की रक्षा करनी है. ऐसे में वो सभी बहने उन्हें इस कमी का अहसास नहीं हो इसके लिए हजारों राखियां भेजती हैं. इस तरह वो छात्राएं निश्चल सोच के साथ अपने सैनिक भाइयों के लिए पिछले कई सालों से राखियां बना रही हैं और पोस्ट के माध्यम से भेजती हैं.