शहडोल: शरीर में प्रोटीन की मात्रा को पूरी करने के लिए लोग तरह तरह के जतन करते हैं और कई तरह के खाद्य पदार्थों का सेवन भी करते हैं. ऐसे में अगर आप चावल खाने के शौकीन हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है क्योंकि अब चावल की ऐसी किस्म भी आ चुकी है जिसमें दूसरे चावलों की अपेक्षा हाई प्रोटीन पाई जाती है. इसकी खेती भी बहुत आसान है साथ ही उत्पादन भी बंपर होता है.
दुनिया का हाई प्रोटीन वाला चावल
कृषि वैज्ञानिक डॉ बी के प्रजापतिबताते हैं कि "शहडोल जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है और यहां चावल इनका मुख्य खाद्य पदार्थ है. ऐसे में जिस किसी को भी चावल पसंद है उनके लिए चावल की ये किस्म बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकती है. क्योंकि धान की इस किस्म में दूसरे चावल की अपेक्षा सबसे ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है जो दुनियाभर के किसी भी चावल में पाए जाने वाले प्रोटीन से ज्यादा है."
कौन सी किस्म, कितना प्रोटीन
कृषि वैज्ञानिक डॉ बीके प्रजापति बताते हैं कि उच्च प्रोटीन युक्त धान की बात करें तो CR310 धान कि ये किस्म है जो सबसे ज्यादा प्रोटीन वाली किस्म है. इसमें 10.3 प्रतिशत तक प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है जो कि सबसे उच्च प्रोटीन होती है. अन्य सामान्य धान के चावल की बात करें तो उसमें 6 से 8% या उससे कम प्रोटीन पाया जाता है. CR310 धान की किस्म विश्व की और हमारे देश की सबसे उच्च प्रोटीन युक्त चावल की किस्म है.
कहां विकसित किया गया
CR310 धान की इस किस्म को राष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र कटक में साल 2016 में विकसित किया है. जिसमें प्रोटीन का भंडार है. यह मुख्य रूप से उड़ीसा, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश राज्य के लिए रिकमेंड किया गया है. इसमें जिंक की मात्रा भी होती है जिसमें 15 पीपीएम मात्रा होती है, जो की बहुत ही अच्छी मानी जाती है.
कितने दिन की फसल, कितना उत्पादन
CR310 धान के इस किस्म में कई खासियत होती हैं. इस फसल की अवधि 120 से 125 दिन की होती है. पौधे की लंबाई जिसे ऊंचाई भी बोल सकते हैं यह 95 से 110 सेंटीमीटर की होती है. इसकी उत्पादन क्षमता 45 से 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है.
आसानी से नहीं लगता रोग
कृषि वैज्ञानिक बताते हैं की धान की इस किस्म में बहुत सी खासियत हैं. नवीन किस्म है तो इसमें विभिन्न प्रकार के जो कीट होते हैं, जैसे पत्ती मरोड़क कीट, तना छेदक कीट, माहू जिले में भूरा फुदका बीपीएच ब्राउन प्लांट हूपर होता है, इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है. इसके अलावा जो धान की प्रमुख बीमारियां होती हैं जैसे बैक्टीरिया लीफ ब्लाइट होता है,ब्लास्ट होता है, इन बीमारियों के लिए भी इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है.