सागर : शहर की इस ऐतिहासिक झील किनारे बने प्राचीन घाटों पर कई ऐतिहासिक मंदिर भी हैं, जो झील के सौंदर्यीकरण के बाद इसकी शोभा बढ़ा रहे हैं. अब झील की शक्ल सूरत बदल जाने के बाद झील के प्रति स्थानीय लोगों में सम्मान जगाने और उसकी स्वच्छता को लेकर जागरुकता के लिए गंगा आरती की तैयारी की जा रही है. झील किनारे बने प्रसिद्ध घाट चकरा घाट पर यह गंगा आरती प्रारंभ की जाएगी, जिसकी तैयारी नगर निगम प्रशासन ने तेज कर दी है.
झील पर बनाया गया एलिवेटेड कॉरिडोर
शहर की लाखा बंजारा झील किनारे प्रसिद्ध चकरा घाट पर कई ऐतिहासिक मंदिर हैं. झील पर जो एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया गया है, वह चकरा घाट से शुरू होकर दीनदयाल चौराहे पर खत्म होता है. चकरा घाट पर कई ऐतिहासिक और प्रसिद्ध मंदिर भी हैं. इसलिए यहां गंगा आरती की शुरुआत करने का फैसला लिया गया है. ताकि लोग झील का गंगा की तरह सम्मान करें और अपनी धरोहर को साफ स्वच्छ रखने के लिए प्रतिबद्ध रहें.पिछले दिनों स्थानीय विधायक शैलेंद्र जैन ने स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत हो रहे सौंदर्यीकरण और निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया था. हालांकि, कई कार्यो को लेकर वह संतुष्ट नजर नहीं आए थे.
चकरा घाट के मंदिरों का विशेष सौंदर्यीकरण
चकरा घाट सहित आसपास के इलाके में स्मार्ट सिटी द्वारा सुंदर घाटों और छतरियों का निर्माण किया गया है. इनमें नवग्रह छतरियों का निर्माण विशेष रूप से किया गया है. नवग्रह छतरियों के साथ 2 गजीबो और 6 छतरियों का निर्माण होने के बाद चकराघाट की सुंदरता में चार चांद लग गए हैं. पिछले दिनों विकास कार्यों के निरीक्षण के दौरान विधायक शैलेंद्र जैन ने स्थानीय लोगों से फीडबैक भी लिया.