सीधी: सीधी जिले के अंतर्गत सोन नदी में सोन घड़ियाल अभ्यारण स्थापित है. यहां मादा घड़ियालों की संख्या 50 से अधिक है लेकिन उनके कुनबे में वृद्धि नहीं हो रही है. जिसको देखते हुए दूसरी जगहों से नर घड़ियाल लाने की व्यवस्था की गई है. बुधवार की देर रात राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण्य मुरैना से रेस्क्यू कर लाए गए एक नर घड़ियाल को सोन नदी में छोड़ दिया गया.
घड़ियाल ईकोलॉजी प्रोजेक्ट की टीम ने नर घड़ियाल को चंबल नदी से रेस्क्यू कर पकड़ा
परिक्षेत्राधिकारी सोन घड़ियाल अभ्यारण्य ने जानकारी देते हुए बताया "राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण्य मुरैना के बरौली घाट से एक नर घड़ियाल का घड़ियाल ईकोलॉजी प्रोजेक्ट की टीम द्वारा चंबल नदी से रेस्क्यू कर पकड़ा गया है. सोन घड़ियाल अभ्यारण में घड़ियालों की जनसंख्या में बढ़ोतरी करने के लिए परिक्षेत्र सोन घड़ियाल अभ्यारण्य, जोगदहा घाट सोननदी में छोड़ा गया है. घड़ियाल ईकोलॉजी प्रोजेक्ट की टीम द्वारा नर घड़ियाल के पूंछ में रेडियो चिप लगाया गया है. विशेष सुरक्षा उपायों के साथ इसे सोन घड़ियाल अभ्यारण्य, जोगदहा घांट तक लाया गया है."
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नर घड़ियाल की पूरी जांच पड़ताल के बाद सुरक्षित ढ़ंग से स्वस्थ अवस्था में सिहावल विधायक विश्वामित्र पाठक, अधीक्षक सोन घड़ियाल अभ्यारण्य सीधी, परिक्षेत्राधिकारी सोन घड़ियाल अभ्यारण्य सीधी, पशु चिकित्सा अधिकारी सेफाली गुप्ता, घड़ियाल ईकोलॉजी प्रोजेक्ट के सदस्य एवं अन्य जोगदहा स्टाफ के समक्ष जोगदहा घाट सोननदी में छोड़ा गया है.
2 से तीन क्विंटल तक वजनी है लाया गया घड़ियाल
पशु चिकित्सा अधिकारी शेफाली गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया "नर घड़ियाल की लंबाई 4.10 मीटर, वजन लगभग 2 से 3 क्विंटल एवं औसतन आयु 15 से 20 वर्ष है. छोड़ा गया घड़ियाल तेजी से पानी मे छलांग भरता हुआ पानी के अंदर चला गया है. "