पटना: 'कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम' के तहत बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादवआज समस्तीपुर में रहेंगे. जहां टाउन हॉल में 5 विधानसभा क्षेत्र मोरवा, सरायरंजन, मोइनुद्दीन नगर, उजियारपुर और बिभूतिपुर के कार्यकर्ताओं से मिलेंगे. 11 सितंबर को वह समस्तीपुर, रोसड़ा, कल्याणपुर, वारिसनगर और हसनपुर के कार्यकर्ताओं से मिलेंगे. इसके बाद शाम को वह दरभंगा निकल जाएंगे. 12 तारीख को दरभंगा जिले के बहादुरपुर, दरभंगा, हायाघाट, केवटी, और जाले विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मिलेंगे. 13 तारीख को तेजस्वी यादव दरभंगा ग्रामीण, गौराबौराम, बेनीपुर, अलीनगर एवं कुशेश्वरस्थान के कार्यकर्ताओं से मिलेंगे.
17 सितंबर तक यात्रा पर रहेंगे तेजस्वी:आरजेडी नेता तेजस्वी यादव 14 सितंबर को मधुबनी में रहेंगे और मधुबनी, राजनगर, बेनीपट्टी, बिस्फी और हरलाखी के कार्यकर्ताओं से मिलेंगे. रात्रि विश्राम तेजस्वी मधुबनी में करेंगे और 15 सितंबर को मधुबनी जिले के लोक फुलपरास, झंझारपुर, और खजौली विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मिलेंगे. 16 सितंबर को वह मुजफ्फरपुर में गायघाट औराई मीनापुर बोचहा सकरा और कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मिलेंगे. रात्रि दिशा मुजफ्फरपुर में ही होगा और उसके अगले दिन 17 सितंबर को मुजफ्फरपुर जिले के मुजफ्फरपुर, कांटी, बारूराज, पारू और साहिबगंज के कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेंगे.
"मुझे पूरा विश्वास है कि कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम से न केवल कार्यकर्ताओं में जोश भरेगा, बल्कि आम लोगों का भी समर्थन मिलेगा. आज से हम लोग पूरे बिहार में घूमेंगे. पहले चरण में 17 सितंबर तक लोगों के बीच रहेंगे. नवंबर और दिसंबर में संगठन को मजबूत करने के लिए एक बार फिर से घूमेंगे."- तेजस्वी यादव, नेता, आरजेडी
पहले चरण में 41 विधानसभा की समीक्षा: तेजस्वी यादव की यात्रा के पहले चरण में 4 जिलों के 41 विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे. उस दौरान वह समस्तीपुर जिले के 10 विधानसभा क्षेत्र दरभंगा जिले के 10 विधानसभा क्षेत्र मधुबनी जिले के 10 विधानसभा क्षेत्र और मुजफ्फरपुर जिले के 11 विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मिलकर फीडबैक लेंगे.
कर्पूरी ठाकुर के कर्म क्षेत्र से यात्रा की शुरुआत:तेजस्वी प्रसाद यादव कर्पूरी ठाकुर की जन्मस्थली और कर्मभूमि समस्तीपुर से इस यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं. लालू यादव कर्पूरी ठाकुर और जयप्रकाश नारायण को अपना राजनीतिक गुरु बताते रहे हैं. पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा वोट बैंक को देखते हुए तेजस्वी इस बार कर्पूरी ठाकुर की कर्मस्थली से इस यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं. वह कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेंगे.
आरजेडी की पकड़ हुई कमजोर: कभी मिथिलांचल आरजेडी का मजबूत गढ़ हुआ करता था लेकिन धीरे-धीरे पार्टी वहां पर कमजोर होती गई. इसके पीछे मुख्य कारण है कि 2005 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की सरकार बनी. उसके बाद नीतीश कुमार ने बिहार में अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करने के लिए अति पिछड़ा कार्ड खेला. लालू यादव के वोट बैंक से अति पिछड़ा का वोट नीतीश कुमार ने एनडीए की तरफ शिफ्ट कर दिया. यहीं से लालू प्रसाद की पार्टी का जनाधार कमजोर होने लगा. जिस मिथिलांचल में कभी आरजेडी का सिक्का चलता था, स्थिति बदली तो दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, झंझारपुर, मुजफ्फरपुर में तमाम क्षेत्रों में एनडीए के प्रत्याशी लगातार जीतते रहे.