नालंदा: बिहार में शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कड़ी शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने सरकारी स्कूलों के लिए नया फरमान जारी किया है. अब सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की तरह छात्र-छात्राओं की उपस्थिति भी ऑनलाइन दर्ज करायी जाएगी.
6 में किया जाएगा प्रयोग: बिहार शिक्षा विभाग के पायलट प्रोजेक्ट के तहत पहले छः जिलों में इसे लागू किया जाएगा. इसमें पटना, नालंदा, वैशाली, जहानाबाद, सारण और भोजपुर शामिल है. सफलता मिलने पर इसे पूरे प्रदेश में लागू करने पर विचार किया जाएगा. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने इससे संबंधित एक आदेश जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्गत किया है.
पायलट प्रोजेक्ट के रूप में जिला के 5-5 सरकारी विद्यालयों में कक्षा 03 में अध्ययनरत विद्यार्थियों का टैबलेट के माध्यम से ऑनलाइन दैनिक उपस्थिति दर्ज कराने के संबंध में।#BiharEducationDept pic.twitter.com/pTxcQ1YfFl
— Education Department, Bihar (@BiharEducation_) February 6, 2025
कक्षा 3 से शुरू होगा: एस सिद्धार्थ के निर्देश के मुताबिक शुरुआत में कक्षा 3 के विद्यार्थियों की ऑनलाइन उपस्थिति बनाई जाएगी. इस व्यवस्था के तहत संबंधित विद्यालयों को टैबलेट उपलब्ध कराया जाएगा. कक्षा 3 के सभी छात्रों की उपस्थिति को भी ऑनलाइन ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा.
प्राइमरी और मिडिल स्कूल शामिल: यह भी कहा जा रहा है कि इसी के साथ पोर्टल पर क्लास का फोटो भी अपलोड करना होगा. बताया गया है कि इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत पांच सरकारी प्रारंभिक विद्यालय (तीन मध्य विद्यालय और दो प्राथमिक विद्यालय) का चयन बिहार शिक्षा परियोजना परिषद करेगा.
10 फरवरी से शुरू होगा काम: पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस योजना की शुरुआत 10 फरवरी से की जाएगी. चयनित विद्यालयों के कक्षा तीन के बच्चों के परीक्षा के परिणाम भी शिक्षक टैबलेट के माध्यम से अपलोड करेंगे. यही नहीं, प्रत्येक महीने के अंत में अकादमिक सत्र में पूरे किए गए विषयवार पाठ्यक्रमों का विवरण भी अपडेट किया जाएगा.
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