पटना : केंद्र सरकार ने आम बजट में बिहार के लिए इस बार कई घोषणा की है. मोदी सरकार 3.O में बिहार के अंदर इंफ्रास्ट्रक्चर और बाढ़ से निजात के लिए बड़ी राशि की व्यवस्था की गई है. 26000 करोड़ की राशि एक्सप्रेस वे और गंगा नदी पर पुल बनाने के लिए बजट का प्रावधान किया गया है. वहीं, 11000 करोड़ से अधिक की राशि सिंचाई और नेपाल से आने वाली बाढ़ से बचाव के लिए खर्च की जाएगी.
बजट से मालामाल हुआ बिहार: बिहार के लिए बहार लेकर आये बजट पर नीतीश सरकार के मंत्री कह रहे हैं कि कई मांग को केंद्र सरकार ने इस बार बजट में पूरा किया है. सत्ता पक्ष के लोग गदगद हैं. वहीं विपक्ष अभी भी विशेष राज्य के दर्जे को लेकर निशाना साध रहा है. बीजेपी के नेता तो कह रहे हैं कि इस बार बजट में केंद्र सरकार ने बिहार को मालामाल कर दिया है.
बिहार के विकास में आएगी रफ्तार: मोदी 3.O का बजट शानदार, जानदार है. विशेष राज्य के दर्जे पर विपक्ष पर निशाना साधते हुए पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक जीवेश मिश्रा का कहना है कि जब रावड़ी देवी मुख्यमंत्री थीं तो उस समय क्यों नहीं विशेष राज्य का दर्जा ले लिया था? विपक्ष को कुछ समझ में नहीं आता है.
विपक्ष के निशाने पर 'डबल इंजन' : वहीं राजद के विधायक और पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का कहना है कि ''हम लोगों की तो एक ही मांग थी विशेष राज्य का दर्जा बजट में कहां है. बिहार को ठगा गया है. प्रधानमंत्री ने 2014 में विशेष राज्य के बदले सवा लाख करोड़ का विशेष पैकेज की घोषणा की थी, लेकिन सवा रुपए भी नहीं मिला. जदयू के मंत्री क्यों नहीं संतुष्ट रहेंगे? बिहार को ठगना है तो संतुष्ट रहेंगे ही.''
'विशेष राज्य का दर्जा कहां गया'? : कांग्रेस के विधायक संतोष मिश्राका कहना है कि ''इंफ्रास्ट्रक्चर और उन सेक्टर में बिहार को मदद की जरूरत है. देखना पड़ेगा कि किन-किन क्षेत्रों में बिहार को बजट में राशि दी गई है, लेकिन बिहार की मांग तो विशेष राज्य के दर्जे की थी.''