पटना : रविवार का दिन पटना में बीपीएससी 70वीं परीक्षा विवाद को लेकर काफी गर्म रहा. गांधी मैदान से लेकर सीएम हाउस तक यह मुद्दा पूरे दिन चर्चा में बना रहा. प्रशांत किशोर की इंट्री और छात्र संसद के आह्वान के बाद अभ्यर्थियों का प्रदर्शन उग्र हो गया. छात्र अंत तक मुख्यमंत्री के अलावा किसी से भी मिलने की बात पर अड़े रहे, जिसके कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई.
बिहार पुलिस का लाठी चार्ज : अभ्यर्थियों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग किया. इसके बाद जब अभ्यर्थी सड़क पर लेट गए, तो पुलिस ने हल्का लाठी चार्ज किया. इस दौरान अभ्यर्थी अमन कुमार और शिक्षक रहमांशु सर को चोटें आईं. उन्हें अस्पताल भेजा गया. इसके बाद कुछ अभ्यर्थियों ने पुलिस पर पत्थर भी फेंके, जिसके बाद पुलिस ने जेपी गोलंबर से रामगुलाम चौक तक अभ्यर्थियों को खदेड़ा.
"मैं कहता हूं मत करवाओ एग्जाम लेकिन फेयर जांच करवा लो. ये लोग जांच भी नहीं करवाते. ये सरकार निकम्मी है. हमें ऐसी सरकार नहीं चाहिए. मुझे पुलिस वालों ने बहुत मारा. मुझे कोई अस्पताल पहुंचा दो."- अमन कुमार, सदस्य प्रतिनिधिमंडल, बीपीएससी अभ्यर्थी
मुख्य सचिव से मिलने से इंकार : अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलने की मांग कर रहा था. मुख्य सचिव से मिलने की बात कही गई, लेकिन अभ्यर्थियों ने किसी से मिलने से इनकार कर दिया और केवल मुख्यमंत्री से मुलाकात की इच्छा जताई. पुलिस ने अभ्यर्थियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे किसी भी शर्त पर लौटने को तैयार नहीं हुए.
प्रशांत किशोर का आंदोलन में शामिल होना : इसी बीच प्रशांत किशोर ने गांधी मूर्ति से सीएम हाउस तक घेराव का आह्वान किया था. जेपी गोलंबर पर वह बैठ गए, जबकि अभ्यर्थियों ने बैरिकेडिंग तोड़ते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की. हालांकि, आगे बढ़ने वाले अभ्यर्थियों की संख्या कम थी और सभी वापस गोलंबर लौट आए. जब तक वे लौटे, प्रशांत किशोर वहां से निकल चुके थे. पुलिस ने बताया कि जिस नेता के नेतृत्व में आंदोलन हो रहा था, वह खुद वहां से गायब हो गया है, इसलिए अब आंदोलन भी खत्म हो गया.
गांधी मैदान में अभ्यर्थियों का जमावड़ा और यातायात बाधित : गांधी मैदान में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी जमा हो गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं, गांधी मैदान में कश्मीरी उलन और डिज्नीलैंड मेला जैसे कार्यक्रम भी चल रहे थे, जिससे वहां आने वाले परिवारों को भी परेशानी हो रही थी. वीकेंड के दिन गांधी मैदान की ट्रैफिक व्यवस्था शाम 5:00 बजे के बाद से पूरी तरह से बाधित हो गई. गांधी मैदान के गेट के पास गिनती की गाड़ियां निकल पा रही थीं, और पुलिस यातायात को सामान्य बनाने में जुटी थी.