जयपुर. लोकसभा चुनाव में राजसमंद संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी सुदर्शन सिंह रावत ने लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. इसे लेकर बुधवार को उन्होंने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने किसी योग्य और इच्छुक उम्मीदवार को मौका देने की भी बात कही है. साथ ही उन्होंने मेवाड़ के एक शीर्ष नेता द्वारा पार्टी को अंधेरे में रखकर राजसमंद से टिकट के लिए उनका नाम प्रस्तावित करने का भी आरोप लगाया है. बता दें कि राजसमंद संसदीय सीट पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होना है.
2018 में पहली बार विधायक बने : सुदर्शन सिंह रावत ने अपने इस पत्र में लिखा है कि साल 2018 में उन्हें कांग्रेस पार्टी ने भीम-देवगढ़ से चुनाव लड़ने का अवसर दिया और वहां की जनता ने सुशासन और विकास की आशा के साथ राजस्थान की विधानसभा में भेजा. साल 2018 से 2023 तक के कार्यकाल को उन्होंने भीम-देवगढ़ के लिए विकास के लिहाज से ऐतिहासिक बताया है.
विधानसभा में हार के बाद लोकसभा चुनाव लड़ने का हक नहीं : रावत ने विधानसभा चुनाव में अपनी हार का जिक्र करते हुए कहा कि हमें पराजय का सामना करना पड़ा और हमने इस जनादेश को स्वीकार किया. इसके बाद लोकसभा चुनाव की रायशुमारी व चर्चा के दौरान उन्होंने कई बार प्रदेश के नेतृत्व को लोकसभा चुनाव लड़ने में असमर्थता जताई. साथ ही उन्होंने व्यापर के सिलसिले में विदेश में व्यस्तता का भी इस पत्र में हवाला दिया है.