कोटा : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ससंद में आज बजट पेश किया. इस बार इंजीनियरिंग और मेडिकल शिक्षा पर भी खास जोर दिया गया है. इसके तहत इस साल एमबीबीएस और पीजी के 10000 सीट्स बढ़ाने की घोषणा की गई है. साथ ही वित्त मंत्री ने कहा कि आने वाले 5 सालों में एमबीबीएस और पीजी की 75000 मेडिकल सीट्स बढ़ेंगी. इससे मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों में खुशी की लहर है.
बजट स्पीच में निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार ने बीते 10 सालों में 1.1 लाख एमबीबीएस और पीजी की सीट्स बढ़ाई है. यह 130 फ़ीसदी की बढ़ोतरी 10 साल में हुई है. साल 2025-26 में देश के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस और पीजी की 10 हजार सीट बढ़ेंगी. एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने इसे मेडिकल शिक्षा के लिए बेहतर बताया है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में 779 मेडिकल कॉलेज में 1,17,950 एमबीबीएस सीट हैं, जबकि पीजी की सीट्स 54,000 हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि सीट्स बढ़ाने के साथ-साथ फैकल्टी और सुविधाएं भी मेडिकल कॉलेज में बढ़ानी चाहिए. एनएमसी की गाइडलाइन पूरी तरह से फॉलो होनी चाहिए.
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आईआईटी में स्टूडेंट्स की संख्या दोगुनी : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह भी कहा कि बीते 10 सालों में देश की 23 इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IITs) में पढ़ रहे छात्रों की संख्या में इजाफा हुआ है. यह 100 फीसदी के आसपास है. साल 2014 में 65,000 विद्यार्थी इनमें पढ़ रहे थे, जबकि वर्तमान में 1.35 लाख विद्यार्थी आईआईटी में पढ़कर तकनीकी शिक्षा ले रहे हैं. 2014 के बाद शुरू हुए पांच आईआईटी में 6500 से ज्यादा छात्रों के लिए शिक्षा की सुविधा खड़ी की गई है. आईआईटी में सुविधाएं बढ़ाने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर लगातार खड़ा किया जा रहा है. इनमें आईआईटी पटना में हॉस्टल से लेकर बिल्डिंग और अन्य सुविधाएं शुरू की जाएंगी.
107 फीसदी 61042 MBBS सीट बढ़ी : नए मेडिकल कॉलेज और पुरानों में बीते 10 सालों में 61,042 एमबीबीएस की सीट्स बढ़ी हैं. साल 2015 में यह 56908 सीट्स थी, जबकि 2024 में नेशनल मेडिकल कमीशन के डेटा के अनुसार 1,17,950 एमबीबीएस सीट्स पर छात्रों को एडमिशन मिला है. इस अनुसार 107 फीसदी सीट्स 10 सालों में बढ़ गई है. मोदी सरकार हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है, जिसके तहत काफी जिलों में कॉलेज खुल भी गए हैं. इसी तरह से 2014 में 31185 पीजी सीट्स थी, यह वर्तमान में 54 हजार से ज्यादा सीट्स हैं.