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राहुल-खड़गे, सोरेन 21 अप्रैल को रांची से I.N.D.I.A गठबंधन के अभियान की करेंगे शुरुआत - lok sabha Election 2024

Jharkhand campaign : लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस अपने बड़े नेताओं को 21 अप्रैल को झारखंड में उतारेगी. कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व प्रमुख राहुल गांधी और जेएमएम नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन 21 अप्रैल को रांची में संयुक्त रैली में इंडिया ब्लॉक के अभियान की शुरुआत करेंगे.

Jharkhand campaign
राहुल खड़गे

By Amit Agnihotri

Published : Apr 16, 2024, 8:51 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व प्रमुख राहुल गांधी और जेएमएम नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन 21 अप्रैल को राजधानी रांची में एक संयुक्त रैली में इंडिया ब्लॉक के अभियान की शुरुआत करेंगे. झारखंड के प्रभारी एआईसीसी महासचिव गुलाम अहमद मीर ने ईटीवी भारत को बताया, 'यह संयुक्त रैली गठबंधन चुनाव अभियान की शुरुआत का प्रतीक होगी. गठबंधन भाजपा के खिलाफ मजबूती से लड़ रहा है और कई सीटें जीतेगा.'

पिछले 2019 के राष्ट्रीय चुनावों में भाजपा और AJSU ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था. भाजपा ने 14 में से 13 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 11 पर जीत हासिल की थी, जबकि आजसू ने एकमात्र सीट पर जीत हासिल की थी. यूपीए ने 13 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन 2 पर जीत हासिल की.

​​कांग्रेस ने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा और 1 पर जीत हासिल की, जेएमएम ने 4 सीटों पर चुनाव लड़ा और 1 पर जीत हासिल की, जबकि जेवीएम ने 2 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन एक भी सीट नहीं जीत सकी. हालांकि, लोकसभा चुनाव के बाद हुए 2019 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-झामुमो-राजद गठबंधन ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनाई, जिन्हें कथित भ्रष्टाचार के मामले में इस साल जनवरी में ईडी ने गिरफ्तार किया था.

हालांकि हेमंत सोरेन ने गिरफ्तार होने से पहले शीर्ष पद से इस्तीफा दे दिया और झामुमो-कांग्रेस गठबंधन ने वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन को नया मुख्यमंत्री चुना. 2024 में इंडिया ब्लॉक के हिस्से के रूप में कांग्रेस 7 सीटों पर, जेएमएम 5 सीटों पर, राजद 1 सीट पर और सीपीआई-एमएल 1 सीट पर चुनाव लड़ रही है. नक्सल प्रभावित आदिवासी राज्य में सुरक्षा चिंताओं के कारण, 14 संसदीय सीटों पर 13, 20, 25 मई और 1 जून को चार चरणों में मतदान होगा. राज्य में 2019 में भी चार चरणों में मतदान हुआ था.

मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता आलमगीर आलम ने ईटीवी भारत को बताया, 'हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया और बाद में भाजपा द्वारा गठबंधन सरकार को अस्थिर करने के लिए गठबंधन के विधायकों को तोड़ने का प्रयास किया गया. लेकिन हमने उनकी योजना को विफल कर दिया और विश्वास मत जीत लिया. भाजपा पूरे देश में ऐसा करती है और लोग उससे नाराज हैं, वे इस बार भाजपा को सबक सिखाएंगे.'

उन्होंने कहा कि 'केंद्रीय एजेंसियों के जरिए विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के अलावा बेरोजगारी और महंगाई का मुद्दा भी हमारे अभियान पर हावी रहेगा. हम मतदाताओं को कांग्रेस की 25 गारंटी के बारे में बताएंगे. अभियान के दौरान राज्य में गठबंधन सरकार द्वारा पिछले पांच वर्षों में किए गए कार्यों का भी प्रचार किया जाएगा.'

हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद से उनकी पत्नी कल्पना सोरेन राजनीतिक रूप से सक्रिय हो गई हैं और 21 अप्रैल को सीएम चंपई सोरेन के साथ रांची में इंडिया ब्लॉक की रैली में भी शामिल होंगी. हाल ही में कल्पना ने 17 मार्च को मुंबई में और 3 अप्रैल को दिल्ली में विपक्षी समूह की रैलियों को संबोधित किया, जहां उन्होंने आदिवासी गौरव के बारे में जोश से बात की और मतदाताओं से भाजपा को हराने का आग्रह किया.

कांग्रेस की सात सीटों में से कालीचरण मुंडा खूंटी से, सुखदेव भगत लोहरदगा से और जेपी पटेल हजारीबाग से चुनाव लड़ रहे हैं. पार्टी को बाकी चार सीटों रांची, चतरा, गोड्डा और धनबाद सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा करना बाकी है. जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय रांची से चुनाव लड़ना चाहते हैं, वहीं राज्य इकाई के प्रमुख राजेश ठाकुर को धनबाद से मैदान में उतारा जा सकता है.

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