नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाओस की दो दिवसीय यात्रा के बाद शुक्रवार को दिल्ली लौट आए. इस दौरान उन्होंने 21वें आसियान-भारत और 19वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लिया. प्रधानमंत्री ने अपनी यात्रा को लाभकारी बताया और कहा कि यह आसियान के साथ संबंधों को मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता के अनुरूप है.
उन्होंने एक्स में एक पोस्ट कर कहा कि "धन्यवाद लाओ पीडीआर! यह एक उत्पादक यात्रा रही है, जो आसियान के साथ संबंधों को मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता के अनुरूप है. साथ में, हम इस क्षेत्र में शांति, समृद्धि और सतत विकास के लिए काम करना जारी रखेंगे."
पीएम मोदी व्यापक रणनीतिक साझेदारी में प्रगति की समीक्षा करने और हमारे सहयोग की भविष्य की दिशा तय करने के लिए दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के नेताओं में शामिल हुए. पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि की चुनौतियों पर विचार-विमर्श करने का अवसर प्रदान किया. भारत लाओ पीडीआर सहित इस क्षेत्र के साथ घनिष्ठ सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंध साझा करता है, जो बौद्ध धर्म और रामायण की साझा विरासत से समृद्ध है.
प्रधानमंत्री मोदी ने शिखर सम्मेलनों के दौरान द्विपक्षीय बैठकें भी कीं. पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन, एक प्रमुख नेताओं के नेतृत्व वाला मंच है जो क्षेत्र में रणनीतिक विश्वास का माहौल बनाने में योगदान देता है, यह भारत सहित ईएएस भाग लेने वाले देशों के नेताओं को क्षेत्रीय महत्व के मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करता है.
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