पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 मार्च को बेगूसराय और औरंगाबाद में रैली करने जा रहे हैं. लोकसभा चुनाव का बिहार में एक तरह से एनडीए के चुनाव प्रचार का आगाज भी कर देंगे. नीतीश कुमार भी प्रधानमंत्री के साथ रहेंगे. जहां बेगूसराय से प्रधानमंत्री उत्तर बिहार, खासकर मिथिलांचल की 9 सीटों को साधने की कोशिश करेंगे, जिसमें से अभी सभी 9 सीटें एनडीए के पास हैं. वहीं, औरंगाबाद से मगध की 40 लोकसभा सीटों को साधने की कोशिश करेंगे. यानी सभी 13 सीट जो एनडीए के पास हैं, उसे फिर से एनडीए के उम्मीदवार जीत हासिल करें. प्रधानमंत्री की तैयारी शुरू है.
नरेंद्र मोदी की बिहार में रैली : उत्तर बिहार के मिथिलांचल में दरभंगा, मधुबनी, झंझारपुर, उजियारपुर, सुपौल, मधेपुरा, बेगूसराय, खगड़िया, समस्तीपुर सीट है. विभिन्न सर्वे में भी 9 में से 8 सीट एनडीए को मिलती दिख रही है. अभी बीजेपी के पास दरभंगा, मधुबनी, उजियारपुर और बेगूसराय सीट है. वहीं, जदयू के पास झंझारपुर, सुपौल और मधेपुरा सीट है. जबकि खगड़िया और समस्तीपुर सीट लोजपा गुट के पास है. औरंगाबाद में प्रधानमंत्री सभा कर मगध की चार लोकसभा सीट को साधेंगे. जिसमें औरंगाबाद के अलावा गया, जहानाबाद, नवादा लोकसभा सीट शामिल है. अभी गया और जहानाबाद सीट जदयू के पास है. तो वहीं औरंगाबाद बीजेपी के पास है, जबकि नवादा लोजपा गुट के पास है.
मिशन 40 साधने के लिए बीजेपी का प्लान: प्रधानमंत्री एक तरह से दक्षिण बिहार और उत्तर बिहार के बड़े हिस्से को बेगूसराय और औरंगाबाद से साधने की कोशिश करेंगे. बीजेपी के नेता भी कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेगूसराय और औरंगाबाद के कार्यक्रम से उत्तर बिहार सहित मिथिलांचल और मगध के बड़े हिस्से पर जबरदस्त असर पड़ेगा. भाजपा विधायक अरुण कुमार का कहना है कि''प्रधानमंत्री ने 370 का लक्ष्य बीजेपी के लिए और एनडीए के लिए 400 पार का लक्ष्य रखा है और इस लक्ष्य को साधने प्रधानमंत्री बिहार आ रहे हैं.''