भुवनेश्वर:ओडिशा सरकार ने पुरी के समुद्र तट पर शराब परोसने वाली शैक (झोपड़ियां) बनाने का फैसला वापस ले लिया है. दरअसल, पुरी के शंकराचार्य और अलग-अलग सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों ने राज्य सरकार के इस कदम का विरोध किया था. जिसके बाद माझी सरकार ने पुरी समुद्र तट पर शराब परोसने वाली झोपड़ियों को स्थापित करने का अपना फैसला वापस ले लिया.
एक अधिसूचना में, आबकारी विभाग ने कहा कि, पुरी नगरपालिका के अधिकार क्षेत्र में या सामाजिक-धार्मिक या सांस्कृतिक महत्व के किसी भी स्थल के 5 किमी के भीतर समुद्र तट पर शैक के लिए कोई लाइसेंस नहीं दिया जाएगा.
इस विषय पर ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने मीडिया को बताया, "यह पहले से ही स्पष्ट था कि पुरी समुद्र तट के आसपास के इलाकों में शैक नहीं खोली जाएंगी. उन्होंने आगे कहा कि, जहां इको-रिट्रीट की व्यवस्था की जा रही थी, वहां के समुद्र तट पर शैक की अनुमति दी गई थी. अब यह स्पष्ट है कि पुरी नगर पालिका में और उसके आसपास बीच पर शैक की अनुमति नहीं दी जाएगी."
समुद्र तट पर शराब परोसने वाली झोपड़ियों (शैक) की अनुमति उन स्थानों पर नहीं दी जाएगी जहां सामाजिक धार्मिक संस्थाएं जुड़ी हुई हैं या संगठित हैं तथा इसकी 5 किलोमीटर की दायरे में हैं.
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