रांची:फेसबुक पर रील्स देखना एक ट्रेंड सा बन गया है. फुर्सत के वक्त हर तबके के ज्यादातर लोग रील्स देखते नजर आते हैं. झारखंड के एक शख्स के लिए रील्स देखने की आदत महंगी साबित हुई. ट्रेडिंग के जरिए मुनाफे का झांसा देकर साइबर अपराधियों ने उनके खाते से 1.40 करोड़ रु. ट्रांसफर करवा लिए. पीड़ित ने 19 मई 2024 को रांची के साइबर क्राइम थाना में शिकायत की. इस आधार पर दर्ज कांड संख्या 140/2024 की जांच करते हुए अपराध अनुसंधान विभाग, झारखंड, रांची की टीम ने मकिरेड्डा सुजीत कुमार नामक साइबर अपराधी को तेलंगाना के हैदराबाद स्थित रंगारेड्डी से गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई में इंडिया साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (14C) और तेलंगाना पुलिस ने भी सहयोग किया.
हैदराबाद में बैठकर कैसे की साइबर ठगी
जांच में पता चला कि शिकायतकर्ता को फेसबुक पर रील्स देखते वक्त एक लिंक पर नजर पड़ी थी. लिंक क्लिक करने पर एक एप्लीकेशन Appollo Global Management डाउनलोड हुआ. रजिस्टर करने पर कंपनी के कस्टमर केयर अधिकारी ने व्हाट्सएप पर फोन कर अलग-अलग बैंक खातों में पैसे डालकर निवेश करने का लालच दिया. पैसे ट्रांसफर करने पर डाउनलोड एप पर शिकायतकर्ता को फेक प्रॉफिट नजर आता था. इसी आधार पर साइबर अपराधियों ने उनके खाते से कुल 1.40 करोड़ ट्रांसफर करवा लिए.
साइबर अपराधी तक कैसे पहुंची सीआईडी की टीम
जांच में प्रोप्राइटरशिप फर्म के नाम पर बने कॉर्पोरेट बैंक अकाउंट के ट्रांजेक्शन का IP का सर्वर दुबई में पाया गया. जांच के दौरान 14C और तेलंगाना पुलिस के सहयोग से हैदराबाद के रंगारेड्डी में सरुरनगर थाना क्षेत्र के भाग्यनगर कॉलोनी से साइबर अपराधी मकिरेड्डी सुजीत कुमार ने दबोच लिया गया. उसके पास से फार्म खोलने के लिए रेंटल एग्रीमेंट, उद्योग रजिस्ट्रेशन, आधार पर पैन कार्ड जब्त किए गए हैं. इसके साथ ही ठगी में इस्तेमाल कॉर्पोरेट इंटरनेट बैंकिंग क्रेडेंशियर समेत कई व्हाट्सएप चैट भी जब्त किए गए हैं.
जांच में पता चला है कि Appollo Global Management के एसबीआई में A/c-42816837564 के खिलाफ अलग-अलग राज्यों में कुल 94 शिकायतें दर्ज हैं. इस कांड में सिर्फ 20 दिन के भीतर 4.60 करोड़ रु. क्रेडिट हुए हैं. इस मामले में पीड़ित के खाते में 420.62 लाख रु. वापस करा दिए गये हैं.