गढ़वा: जिले के मेराल थाना की पुलिस ने नकली कीटनाशक बनाने वाली मिनी फैक्ट्री का उद्भेदन किया है. बस स्टैंड के बगल में कर्बला रोड स्थित एक घर से पुलिस ने करीब 30 लाख का नकली कीटनाशक बरामद किया है.
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर हुई छापेमारी
थाना प्रभारी विष्णु कांत ने बताया कि पुलिस अधीक्षक गढ़वा को जानकारी मिली थी कि मेराल के एक घर में बड़े पैमाने पर नकली कीटनाशक दवा तैयार कर बेची और आपूर्ति की जा रही है. इसी आलोक में छापेमारी कर गीता देवी पति स्वर्गीय संजय कुमार के घर से दवा का रैपर एवं तैयार नकली कीटनाशक जब्त किया गया.
तीस लाख की दवा जब्त
कंपनी के जांचकर्ता प्रमुख रंजीत कुमार सिंह एवं सहयोगी गोपाल कुमार झा ने नकली दवा की कीमत लगभग तीस लाख रुपए बताया है. बरामद की गई दवा में इंसेक्टी साइड कंपनी का नकली लेबल लगा 500 एमएल का 1208 पीस लीथल, एमएल का 4510 पीस स्टीकर, 2820 पीस सुपर, 505 पीस में 250 एमएल भरा हुआ नकली लीथल, सुपर 505 का 250 एमएल में 4520 पीस स्टीकर के साथ एक पीस केमिकल बरामद किया गया है.
इधर, नकली दवा फैक्ट्री का खुलासा होने के बाद स्थानीय लोगों ने बताया कि यह नकली दवा मनरेगा के बिरसा हरित बागवानी योजना में सप्लाई की जाती है. इसमें सरकारी कर्मी भी संलिप्त हैं. लोगों का कहना है कि जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए.
कंपनी की शिकायत पर हुई छापेमारी
इस मामले में एसडीपीओ नीरज कुमार ने बताया कि जिस कंपनी की दवा थी उसके अधिकारी यहां पहुंचे और इसकी सूचना दी. जिसके बाद टीम ने सूचना स्थल पर छापेमारी की. इस दौरान एक घर में करीब तीस लाख रुपये की नकली दवा बरामद की गई. मामले में आगे की कार्रवाई जारी है.
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