वाराणसी: शिवरात्रि के मौके पर आज बाबा भोलेनाथ को हल्दी लगाई जाएगी. महंत आवास पर होने वाले कार्यक्रम में शाम को भगवान विश्वनाथ की चाल रजत प्रतिमा को महिलाओं के द्वारा हल्दी का लेपन किया जाएगा. पौराणिक मान्यता के अनुसार लगभग 350 साल पुरानी इस परंपरा को निभाते हुए महंत आवास पर बाबा की रजत प्रतिमा का भव्य श्रृंगार होगा. इन सबके अलावा काशी विश्वनाथ मंदिर में भी महाशिवरात्रि को लेकर तैयारियां ने जोर पकड़ लिया है. तीन दिनों तक चलने वाले महाशिवरात्रि संगीत संध्या के दो दिन पूरे हो चुके हैं. दोनों दिन लोकल कलाकारों के साथ कई नाम चेंज कलाकारों ने भी प्रस्तुतियां दी हैं आज सांस्कृतिक संध्या का भी आखिरी दिन है. वही विश्वनाथ मंदिर ने आर्तियां को लेकर भी समय सारणी जारी की है.
- मंगला आरतीः प्रातः 2:15 बजे पूजा आरम्भ होगी. प्रातः 3:15 बजे आरती समाप्त होगी. प्रातः 3:30 बजे मंदिर दर्शनार्थियों के लिए खुलेगा.
- मध्याह्न भोग आरती : मध्याह्न 12:00 बजे पूजा आरम्भ होगी. मध्याह्न 12:30 बजे पूजा समाप्त होगी.
- चारों प्रहर की आरतीःप्रथम प्रहर रात्रि 9:30 बजे शंख बजेगा एवं पूजा की तैयारी होगी तथा झाँकी दर्शन सतत् चलता रहेगा. रात्रि 10:00 बजे से आरती प्रारम्भ होकर रात्रि 12:30 बजे समाप्त होगी.
- द्वितीय प्रहर: आरती 8 मार्च की देर रात्रि 01:30 बजे से आरती प्रारम्भ होकर रात्रि 02:30 बजे समाप्त होगी तथा झाँकी दर्शन सतत् चलता रहेगा.
- तृतीय प्रहरः 9 मार्च को भोर 03:30 बजे से आरती प्रारम्भ होकर प्रातः 04:30 बजे समाप्त होगी तथा झांकी दर्शन सतत् चलता रहेगा.
- चतुर्थ प्रहरः भोर 05:00 बजे से आरती प्रारम्भ होकर प्रातः 06:15 बजे समाप्त होगी तथा झाँकी दर्शन सतत् चलता रहेगा.
विश्वनाथ मंदिर की तरफ से जारी की गई आरती की नई सूची के साथ है, आज विश्वनाथ मंदिर में शिवरात्रि की तैयारियां अंतिम रूप दिया जाएगा. महंत आवास पर बाबा भोलेनाथ की चल प्रतिमा का श्रृंगार होगा. आज हल्दी की रस्म अदा करने के बाद गुरुवार को मेहंदी के रस में पूरी की जाएगी. बाबा को मेहंदी लगेगी और मंगल गीत गए जाएंगे अगले दिन बाबा भोलेनाथ सज धज कर दूल्हा बनकर भक्तों को दर्शन देंगे.